निलंबित चल रहे लेखपाल बर्खास्त
बलिया जालसाजी के आरोप में निलंबित चल रहे लेखपाल अजय कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने का मामला संज्ञान में आने पर जांच के बाद एसडीएम सदर अश्वनी कुमार श्रीवास्तव ने यह कार्रवाई की है। हालांकि जालसाजी के मामले में पहले से ही लेखपाल पर मुकदमा दर्ज है लेकिन इसके अलावा 11 गांवों का चार्ज और उससे सम्बंधित अभिलेख नहीं देने पर राजस्व निरीक्षक सोहांव ने सोमवार को नरहीं थाने में पुन तहरीर दे दी है। नरहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बलिया: जालसाजी के आरोप में निलंबित चल रहे लेखपाल अजय कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। अनुसूचित जाति के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने का मामला संज्ञान में आने पर जांच का निर्देश दिया गया था। इसके बाद एसडीएम सदर अश्वनी कुमार श्रीवास्तव ने जांच में आरोपों की सत्यता पाए जाने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की है। जालसाजी के मामले में पहले से ही लेखपाल पर मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा 11 गांवों का चार्ज और उससे संबंधित अभिलेख नहीं देने पर राजस्व निरीक्षक सोहांव ने सोमवार को नरहीं थाने में पुन: तहरीर दी है। नरहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
ज्ञात हो कि निलंबित लेखपाल अजय कुमार द्वारा राजस्व अभिलेखों में जालसाजी करने का मामला प्रकाश में आया था। इसके बाद 5 अक्टूबर को मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। इसी बीच जांच में यह भी पाया गया कि लेखपाल द्वारा नियुक्ति में फर्जी अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र भी लगाया गया है। इस पर उपजिलाधिकारी सदर ने 16 नवम्बर को आरोपी लेखपाल को लेखपाल पद की शासकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया। बर्खास्त लेखपाल फरार चल रहा है। इनके पास 11 गांव का अभिलेख भी है जो अब तक जमा नहीं किया गया है। इससे संपूर्ण समाधान दिवस दिवस व आइजीआरएस की शिकायतों का निस्तारण पूरी तरह से बाधित है। इस पर राजस्व निरीक्षक सोहाव रणजीत बहादुर सिंह पुन: तहरीर नरहीं थाने में दी है। पुलिस से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा की गई है। प्रभारी निरीक्षक नरहीं ज्ञानेश्वर मिश्र ने बताया कि मामले में तहरीर प्राप्त हो चुकी है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। इनसेट-
इन गांवों का दिया गया था चार्ज
बर्खास्त लेखपाल अजय कुमार के पास सदर तहसील क्षेत्र के 11 गांव का चार्ज था। इनमें कैथवली, चौरा, डेहरी, दरियापुर, दरीबपुर, सोबन्था,सलेमपुर, आमड़ारी, खरगपुरा,आ0मा0 कैथवली, बड़ौरा इन गांवों का अभिलेख न उपलब्ध होने के कारण ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण भी नहीं हो पा रहा है।
अश्विनी श्रीवास्तव
एसडीएम