सात माह बाद ही पति ने की दूसरी शादी
-न्याय को थाने का चक्कर लगा रही बीबी व वृद्ध पिता -एसपी से गुहार के बाद भी नहीं दर्ज हुआ मुकदमा जागरण संवाददाता बिल्थरारोड (बलिया) सात जन्मों तक साथ निभाने को शादी के सात फेरे लेने के सात माह बाद ही पति ने दूसरी शादी कर ली और पहली पत्नी को मायके पहुंचाकर अपनी ¨जदगी से टाटा बाय-बाय कर दिया। पति संग ससुरालवालों ने भी मुंह मोड़ लिया तो लाचार नवविवाहिता अपने वृद्ध पिता के साथ न्याय को थाने का चक्कर लगा रही हैं।
जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया): सात जन्मों तक साथ निभाने को शादी के सात फेरे लेने के सात माह बाद ही पति ने दूसरी शादी कर ली और पहली पत्नी को मायके पहुंचाकर अपनी ¨जदगी से अलग कर दिया। पति संग ससुरालवालों ने भी मुंह मोड़ लिया तो लाचार नवविवाहिता अपने वृद्ध पिता के साथ न्याय को थाने का चक्कर लगा रही हैं। दूसरी शादी कर पति सामाजिक शर्म व कानूनी भय से बेखौफ अपनी नई दुनिया में व्यस्त हो गया है।
इधर पुलिस प्रशासन की असंवेदनशीलता ऐसी कि लगातार दस दिन तक थाने का चक्कर लगाने के बाद भी थाने पर किसी दारोगा ने मामले को सुना तक नहीं और इंस्पेक्टर साहब भी नहीं मिले। क्षेत्र के नायब दारोगा ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। मजबूरन वृद्ध पिता अपनी बेटी के साथ जिला मुख्यालय पहुंचकर एसपी से मिलकर गुहार लगाई। अब तक पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया है। यह मामला उभांव थाना के कैथी निवासी मनोज राम का है।
गत 9 मई --2018 को जनपद के पकड़ी थाना के बरसड़ा निवासी दशरथ राम ने अपनी पुत्री मंशा देवी की शादी की ¨कतु शादी के करीब साढ़े तीन माह बाद ही ससुरालवालों ने दहेज के लालच में प्रताड़ित कर नवविवाहिता को जबरन घर पहुंचा दिया। 31 जनवरी से ही दशरथ अपनी पुत्री मंशा के साथ उभांव थाने का चक्कर लगा रहे हैं। पीड़ित दशरथ ने बताया कि थाने पर पुलिस की ओर से मदद तो दूर उल्टे गांव के विपक्षी के परिजनों संग दबंगों के साथ जबरन पंचायत कराने को दबाव दिया जाने लगा है। इससे परिजन समेत वे काफी भयभीत हैं।