Move to Jagran APP

कूड़े की जैविक खाद से रेवती की संवरेगी किस्मत

कूड़ा निस्तारण के क्षेत्र में जिले का रेवती नगर पंचायत एक कदम आगे चल

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 06:48 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 06:48 PM (IST)
कूड़े की जैविक खाद से रेवती की संवरेगी किस्मत
कूड़े की जैविक खाद से रेवती की संवरेगी किस्मत

सुधीर तिवारी, बलिया

loksabha election banner

कूड़ा निस्तारण के क्षेत्र में जिले का रेवती नगर पंचायत एक कदम आगे चल रहा है। कूड़ा निस्तारण केंद्र में अब जैविक खाद तैयार होने लगी है। खाद का सैंपल चेन्नई स्थित एक प्रयोगशाला में टेस्टिग के लिए भेजा गया है, परीक्षण रिपोर्ट पर किसानों में बिक्री शुरू हो जाएगी। पीपीपी मॉडल पर केंद्र संचालित किया जा रहा है। वर्ष 2019-20 में करीब 1.10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बना था। 2020-21 में यह बनकर तैयार हो गया। कूड़ा निस्तारण शुरू हो चुका है। बता दें कि रेवती व सहतवार क्षेत्र में सब्जी की अच्छी पैदावार होती है। जैविक खाद की उपलब्धता होगी तो 20 हजार से अधिक किसानों को लाभ होगा। अब कूड़ा संकट भी दूर होने लगा है। बता दें कि प्रयोगशाला में रासायनिक गुणों की जांच होगी। रिपोर्ट आने के बाद ही जिले अथवा गैर जनपद में बिक्री के लिए कार्ययोजना तैयार होगी। खाद की पैकिग के लिए बोरी स्थानीय स्तर पर ही तैयार की जाएगी। नगर पालिकाओं में कुंद पड़ गई कोशिश

जो रेवती नगर पंचायत ने कर रहा, वह अगर जिले की दो नगर पालिकाओं में होने लगे तो बड़ी आबादी तक राहत पहुंचेगी। बलिया में 10 करोड़ से बसंतपुर में कूड़ा निस्तारण केंद्र बन रहा था। 4.50 करोड़ रुपये कंपनी को भुगतान कर दिया गया, लेकिन कूड़ा निस्तारण केंद्र आज तक नहीं शुरू हो सका। दस टन कूड़े से निकलेगी एक टन खाद

रेवती नगर पंचायत से प्रतिदिन लगभग 10 टन कूड़ा निकलता है। कूड़ा निस्तारण केंद्र पर आने के बाद करीब 8 प्रतिशत लैंडफिल (जिसकी रीसाइक्लिग नहीं की जा सकती) निकलती है। 35 से 40 प्रतिशत नमी रहती है, 10 प्रतिशत प्लास्टिक व 10 प्रतिशत अन्य चीजें निकल जाती हैं। शेष ऑर्गेनिक कूड़ा बचता है, जिससे खाद बनाई जाती है। शुरुआत में निकली खाद के अनुपात को देखें तो दस टन गीले कूड़े से एक टन तक खाद निकलेगी। शासन की मंशानुरूप नपं रेवती में कूड़े के वैज्ञानिक निस्तारण से किसानों के लिए खाद बनाने एवं निष्प्रयोज्य प्लास्टिक को पुन: प्रयोग में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि रेवती नपं व आसपास एरिया को प्रदूषणमुक्त रखा जा सके।

- मृदुल सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत रेवती


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.