क्रय केंद्र पर नहीं हो रही खरीद, पहरा दे रहे किसान
सरकार ने किसानों की सहूलियत के लिए गेहूं क्रय कें
जागरण संवाददाता, चितबड़ागांव (बलिया) : सरकार ने किसानों की सहूलियत के लिए गेहूं क्रय केंद्र खोलने के आदेश दिए हैं। इसके बाद अधिकारियों ने ताबड़तोड़ केंद्रों का निर्धारण कर दिया। कागज पर सबकुछ ठीक बताने के बाद वे निश्चित हो गए। वहीं धरातल पर जो हकीकत सामने आई है वह शासन को मुंह चिढ़ा रही है। कई केंद्रों पर आज भी ताले लटके हैं। जो खुले भी हैं, वहां कर्मचारियों का ही पता नहीं है। ऐसा ही हाल है चितबड़ागांव के केंद्र का। यहां विपणन निरीक्षक के गायब रहने के कारण खरीद शुरू नहीं हो सकी है। कई किसान गेहूं लेकर पहुंचे तो उन्हें निराशा हाथ लगी। उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। शुक्रवार को यहां हंगामा भी हुआ था। इसके बाद भी शनिवार को हालात जस के तस रहे।
उधर, किसान अपना गेहूं लेकर रात-दिन पहरा दे रहे हैं। उन्हें पूरी रात जागना पड़ रहा है। बीबीपुर बढ़वालिया के एक किसान को सूअर ने रात को घायल भी कर दिया। किसान बरामदे में बांस-बल्ली से घेरकर अपना गेहूं रखे हुए हैं लेकिन उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है।
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एक साल से चर्चा में विपणन निरीक्षक
विपणन निरीक्षक अनुपम उपाध्याय पिछले वर्ष धान खरीद केंद्र के समय से ही लगातार अनुपस्थित रहने के कारण चर्चा में हैं। किसानों का कहना है कि इसके बाद भी उन्हें यहां से हटाया नहीं जा रहा है।
बिचौलियों के हाथ बेचने
की है मजबूरी :
चितबड़ागांव निवासी बब्बन सिंह, खड़क बहादुर सिंह ने कहा कि सबकुछ छोड़ कर रात-दिन गेहूं की निगरानी कर रहे हैं। थक-हारकर बिचौलियों के हाथों औने-पौने दाम पर गेहूं बेचने की मजबूरी हो गई है।
वर्जन
चितबड़ागांव क्रय केंद्र की समस्या से अवगत हूं। पूरी कोशिश की जा रही है कि अतिशीघ्र क्रय केंद्र चालू किया जाए और किसानों की समस्या का समाधान निकल सके।
--राजेश कुमार, उप जिलाधिकारी सदर।