एनएच-31 निर्माण को गिराई घटिया गिट्टी, लौटाया
जागरण संवाददाता बलिया जिले का एनएच-31 चुनाव से पहले ठीक होता नहीं दिख रहा है। एनएचएआइ
जागरण संवाददाता, बलिया : जिले का एनएच-31 चुनाव से पहले ठीक होता नहीं दिख रहा है। एनएचएआइ ने पुरानी कंपनी का टेंडर निरस्त कर गाजीपुर से बलिया के मांझी घाट तक 129 की दूरी को तीन भाग में बांट कर तीन एजेंसियों को टेंडर दिया है। वह अब अपनी-अपनी सीमा पर मटेरियल गिरा रहे हैं। एक कंपनी ने निर्माण के लिए घटिया किस्म की गिट्टी गिरा दी, यह जानकारी एनएचएआए के अधिकारियों को हुई तो उसे तत्काल वापस करने का निर्देश जारी कर दिया। गाजीपुर से फेफना तक 60 किमी का कार्य एसआरएससी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, फेफना से चिरैया मोड़ तक 45 किलोमीटर महादेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और चिरैया मोड़ से मांझी घाट के जयप्रभा सेतु तक 16 किलोमीटर जगदंबा इंटरप्राइजेज को कार्य करने की जिम्मेदारी मिली है। बैरिया क्षेत्र में कार्य करने वाली कार्यदायी कंपनी को ही एनएचएआइ ने यह निर्देश जारी किया है।
लोकसभा चुनाव में भी बना था मुद्दा
एनएच-31 को लेकर जिले के लोग चार साल से परेशान हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इस सड़क को जनता ने अपना मुद्दा बनाया था, इंतजार के क्रम में विधान सभा चुनाव का बिगुल भी बज गया, लेकिन सड़क की सूरत नहीं बदली। लंबी दूरी में यह सड़क 100 फीसद तक खराब हो चुकी है।
शहर में सड़क की हालत ठीक नहीं
इस सड़क की हालत लंबी दूरी में बेहद खराब है। शहर में भी इस सड़क की हालात ठीक नहीं हैं। सतीशचंद्र कालेज के पास इस सड़क पर लंबे समय तक जलजमाव रहा। पानी हटा तो सड़क पर बडा गड्ढ़ा बन गया। आवागमन तक बाधित हुआ। कुछ दिन पहले गड्ढे को तो भर दिया गया, लेकिन सड़क नहीं बनी। इधर बहेरी में भी राहगीर परेशान हैं।
निर्माण में नहीं होने देंगे खराब मटेरियल का प्रयोग
एनएचएआइ के प्रोजेक्ट मैनेजर योगेंद्र सिंह ने कहा कि किसी भी हाल में हम सड़क निर्माण में खराब मटेरियल का प्रयोग नहीं होने देंगे। कंपनी द्वारा खराब मटेरियल गिराए जाने की जानकारी होते ही उसे वापस कराया जा रहा है। कार्य तीनों भाग में तेजी से होगा, मतलब यह भी नहीं है कि कार्यदायी कंपनी किसी भी तरह से कार्य को पूरा कर देगी।