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अब छात्र-छात्राओं को देश के लिए तैयार करेगी पुलिस

बलिया युवाओं की समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ने के उद्देश्य से पुलिस एक अनोखा प्रयोग करने की तैयारी में है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Jul 2019 07:42 AM (IST)Updated: Sun, 28 Jul 2019 07:42 AM (IST)
अब छात्र-छात्राओं को देश के लिए तैयार करेगी पुलिस
अब छात्र-छात्राओं को देश के लिए तैयार करेगी पुलिस

सुधीर तिवारी, बलिया

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युवाओं की समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ने के उद्देश्य से पुलिस एक अनोखा प्रयोग करने की तैयारी में है। पुलिस की इस ट्रेंनिग से निकले छात्र प्रदेश व देश के संकट की घड़ी में साथ देंगे। इसलिए इसका नाम 'स्टूडेंट पुलिस कैडर' रखा गया है। पुलिस इसमें शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को न्याय, साहस, दृढ़ता, अनुशासन और वचनबद्धता के प्रति संवेदनशील बनाएगी। पुलिस विभाग की ओर से शुरू हो रहे इस योजना का मूल उद्देश्य यही है कि किसी भी आकस्मिक स्थिति में स्टूडेंट पुलिस कैडर के छात्रों की सेवा ली जा सके। इस कैडर की छात्र-छात्राएं अपने विद्यालय में भी सुरक्षा, अनुशासन और शैक्षिक वातावरण बनाने में सहयोग करेंगे। हालांकि फिलहाल कुछ चयनित विद्यालयों में ही स्टूडेंट पुलिस कैडर विकसित किया जाएगा। शासन की तरफ से मिले इस निर्देश पर पुलिस ने काम करना भी शुरू कर दिया है। हेड कांस्टेबल ही देंगे ट्रेनिग

चयनित छात्र-छात्राओं को इस कदर ट्रेंड कर दिया जाएगा कि वे एक सिपाही से कम कारगर नहीं होंगे। इसकी स्थापना के बाद विद्यालय के छात्र-छात्राओं और पुलिस के बीच सामंजस्य भी मजबूत होगा और छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के रूप में निश्चित रूप से इसका लाभ मिलेगा। हर हफ्ते होगी 90 मिनट की ट्रेनिग

स्टूडेंट पुलिस कैडेट तैयार करने के लिए चयनित विद्यालयों में कुछ छात्र-छात्राओं को अलग से चयन किया जाएगा। हर हफ्ते 90 मिनट की उनकी ट्रेनिग होगी। वर्ष में 130 घंटे का यह प्रशिक्षण होगा। ट्रेनिग के दौरान सुरक्षा के जरूरी बातों को बताए जाने के साथ शारीरिक रूप से भी मजबूत बनाने पर जोर होगा। पुलिस विभाग के मुख्य आरक्षी ही एक सिपाही की ट्रेनिग की तरह उन छात्र-छात्राओं को भी ट्रेंड करेंगे। यह है मूल उद्देश्य

स्टूडेंट पुलिस कैडर विकसित करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि विद्यालयों में ड्रग्स का नशा व बाल यौन उत्पीड़न के प्रति जागरूक किया जा सके। इसके अलावा व्यवस्था विरोधी ताकतों को रोकने और धर्मनिरपेक्षता की भावना पैदा करने में भी इनका सहयोग लिया जाएगा। माना जा रहा है कि अगर सही ढंग से इसको विकसित कर लिया गया तो विद्यालयों में सुरक्षा से जुड़ी काफी दिक्कतें दूर हो जाएगी। अनुश्रवण समिति रखेगी निगरानी

स्वैच्छिक छात्र सहायक संगठन के अंतर्गत स्थापित होने वाले स्टूडेंट पुलिस कैडर के कार्यों की निगरानी के लिए जनपद स्तर पर एक समिति बनेगी। इसमें जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी और सचिव के रूप में पुलिस अधीक्षक द्वारा नामित किए गए एक नोडल अधिकारी रहेंगे। कैडर के कार्यों पर नजर रखने के साथ समय-समय पर जरूरी दिशा-निर्देश भी समिति के माध्यम से दिया जाएगा। शासन की तरफ से मिले निर्देशों के अनुसार इस योजना पर पहल शुरू कर दी गई है। इसके लिए विद्यालयों का चयन किया जा रहा है। बच्चों को उनके विद्यालय में ही ट्रेनिग दी जाएगी।

-देवेंद्रनाथ, पुलिस अधीक्षक।

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