खर्च किए ढाई लाख, फिर भी मच्छरों ने नींद उड़ाई
जागरण संवाददाता बलिया शहर के लोगों को मच्छरों से निजात दिलाने के लिए नगरपालिका ने कइ
जागरण संवाददाता, बलिया : शहर के लोगों को मच्छरों से निजात दिलाने के लिए नगरपालिका ने कई प्लान तैयार किए। नगर के 25 वार्डों में मच्छरों से मुक्ति के लिए करीब ढाई लाख रुपये खर्च किए गए, इसके बाद भी मच्छर शहर के तीन लाख लोगों की नींद हराम कर चुके हैं। हर साल शहर में डेंगू के काफी मरीज मिलते हैं। बीते दिनों आदेश जारी हुआ था कि कोई भी व्यक्ति खुद पानी नहीं जमा होने देगा। पालिका नोटिस देकर स्थल को उपचारित कराएगा। प्रति प्रकरण 500 रुपये आर्थिक दंड भी लगाएगा। यह फरमान भी सिर्फ कागजों में ही सफर करता रहा। नालियों की गंदगी के कारण मच्छरों से घर-घर के लोग परेशान हैं। रात के अलावा दिन में भी लोगों को मच्छररोधी अगरबत्ती का उपयोग करना पड़ रहा है। पालिका का दावा है कि अप्रैल में हर दिन 60 लीटर डीजल व तीन लीटर पेट्रोल खर्च कर मोहल्लों में फागिग करायी गयी। इसमें ढ़ाई लाख रुपये खर्च हुआ है।
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खुले पड़े हैं अधिकांश नाले
शहरी क्षेत्र के अधिकांश नालों को नहीं ढका जा सका है। मच्छरों का प्रकोप बढ़ने के पीछे यह भी एक बड़ा कारण है। वहीं, इससे संक्रामक बीमारियों के पनपने का भय बना रहता है। नगरपालिका ने सिर्फ वीआईपी आवासों के पास ही नालियों को ढकने का इंतजाम किया है। बाकी वैसे ही खुले होकर हादसों को भी दावत दे रहे हैं।
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मलेरिया विभाग ने दी 14 संवेदनशील मोहल्लों की सूची
जिला मलेरिया विभाग ने नगर के 14 संवेदनशील मोहल्लों की सूची नगरपालिका को दी है। यहां पिछले साल 26 डेंगू के मरीज मिले थे। इस साल भी एक डेंगू मरीज तिखमपुर में मिला है। जिला मलेरिया अधिकारी सुनील ने बताया कि डेंगू से बचाव के ²ष्टिगत पालिका को एंटी लार्वा विभाग की ओर से दे दिया गया है।
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-अप्रैल में फागिग कराया गया था, पहले के मुकाबले मच्छर कम परेशान कर रहे हैं। मलेरिया विभाग ने एंटी लार्वा उपलब्ध कराया है। उसका भी छिड़काव वार्डों में कराया जा रहा है। -- दिनेश कुमार विश्वकर्मा, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद