कोरोना से मिली सबक,बदलनी होगी पुरानी राह
लवकुश सिंह ------------ बलिया कोरोना वायरस को लेकर देश भर के लोग अभी भी परेशान हैं।
लवकुश सिंह
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बलिया : कोरोना वायरस को लेकर देश भर के लोग अभी भी परेशान हैं। इसने एक बड़ी सबक भी दी है कि समय के साथ चलने की आदत अब सभी को डालनी होगी। ऐसा नहीं करने पर हर तरफ आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा। कोरोना काल में व्यापार, उद्योग, शिक्षा आदि के क्षेत्र में हुए बड़े नुकसान इसके स्पष्ट उदाहरण हैं।
-कई बड़े उदाहरण हैं सामने
1998 में कोडक कंपनी में डेढ़ लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते थे। वो दुनिया का 85 फीसद फोटो पेपर बेचते थे। चंद सालों में ही डिजिटल फोटोग्राफी ने उनको बा•ार से बाहर कर दिया। इसी तरह एचएमटी घड़ी, बजाज स्कूटर, मर्फी रेडियो, राजदूत बाइक, एंबेसडर कार आदि की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं थी, फिर भी वे बाजार से बाहर इसलिए हो गए कि समय के अनुसार उन्होंने खुद में बदलाव नहीं किया। आने वाले 10 सालों में संभव है दुनिया पूरी तरह बदल जाए और आज चलने वाले 70 से 90 फीसद उद्योग बंद हो जाएं। आज ओला कैब के पास अपनी कार नहीं है, लेकिन वह लाखों कारों को चलाता है। अब सभी को उसी हिसाब से चलना होगा, जो समय की मांग है।
-कोरोना काल में शैक्षणिक माहौल
शिक्षा के वर्तमान माहौल पर जयप्रकाश नगर निवासी शिक्षक राजेश सिंह ने कहा कि कोरोना काल में स्कूल व कोचिग संस्थान बंद हैं, ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। यूपी बोर्ड के पाठयक्रम दूरदर्शन यूपी और स्वयंप्रभा चैनल के माध्यम से पढ़ाए जा रहे हैं। सीबीएसई बोर्ड से जुड़े विद्यालय भी अपने बच्चों को इसी तरह पढ़ा रहे हैं। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक अचानक बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में जिन घरों में एंड्रायड मोबाइल फोन है, टीवी है, वहां के बच्चे अपने पाठयक्रम की पढ़ाई स्कूल की तरह ही आसानी से कर ले रहे हैं। वहीं जिनके पास संसाधन नहीं हैं, वह स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े बदलाव की जरूरत है।
-व्यापार जगत में भी जरूरी बदलाव
नगर के व्यापारी नेता अरविद गांधी भी मानते हैं कि ऐसे समय में अब व्यापार में भी बदलाव करने की जरूरत है। आने वाला समय कैसा होगा यह कोई नहीं जानता। कोरोना के बाद देश में ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी, यह दावा भी कोई नहीं कर सकता। ऐसे में व्यापार जगत में भी अपने सामान को बेचने के लिए नई तकनीक का सहारा लेना होगा। ग्राहकों को जोड़े रखने के लिए तकनीक के माध्यम से कदम बढ़ाना होगा। ऐसा नहीं करने पर आने वाले समय में संभव है कि हमे बड़े नुकसान सामना करना पड़े।