तीस लाख के गबन के मामले में कोटेदार गिरफ्तार
यश्रह्लस्त्रड्डह्म ड्डह्मह्मद्गह्यह्लद्गस्त्र द्घश्रह्म द्गद्वढ्डद्ग55द्यद्गद्वद्गठ्ठह्ल श्रद्घ ह्लद्धह्मद्गद्ग द्वद्बद्यद्यद्बश्रठ्ठयश्रह्लस्त्रड्डह्म
जासं, बलिया: संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत वर्ष 2002 व 2005 के बीच हुए गबन के मामले में फेफना थाना क्षेत्र के वैना गांव के कोटेदार रामायन गिरि को ईओडब्ल्यू ने वाराणसी में गिरफ्तार कर लिया है। इससे कोटेदारों में हड़कंप मच गया है।
श्रम के बदले आनाज योजना के तहत श्रमिकों के देने वाले खाद्यान्न का जनपद स्तर पर गबन हुआ था। इस मामले में जिलास्तरीय अधिकारी, प्रतिनिधि समेत कोटेदारों पर मुकदमा कायम हुआ था। इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू वाराणसी की टीम कर रही है। टीम ने कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अभी भी इस मामले में कई लोग टीम के निशाने पर हैं।
आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन के पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि बलिया में काम के बदले आनाज योजना में बड़े पैमाने पर गबन हुआ है। इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए कई टीम गठित की गई है। इसके तहत योजना में श्रमिकों का आनाज बाजार में बेच दिया है। इधर गिरफ्तार कोटेदार ने टीम को बताया कि कार्य प्रभारी आदि की मिली भगत से खाद्यान्न खुले बाजार में बेच दिया गया था। इसके कारण श्रमिकों में वितरित नहीं किया जा सका है।