जेडी का आदेश बेअसर, डीआइओएस कार्यालय से कार्यमुक्त नहीं हुए लिपिक
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से संबद्ध
जेडी का आदेश बेअसर, डीआइओएस कार्यालय से कार्यमुक्त नहीं हुए लिपिक
जागरण संवाददाता, बलिया : जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से संबद्ध दो लिपिकों को संयुक्त शिक्षा निदेशक आजमगढ़ ने उनकी संबद्धता समाप्त कर कार्यमुक्त करने हुए उन्हें मूल तैनाती वाले स्थान पर भेजने को एक सप्ताह पूर्व ही निर्देशित किए थे। इसके बावजूद जिला विद्यालय निरीक्षक के द्वारा उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया गया है। इसको लेकर शिकायतकर्ता में असंतोष है। संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र सिंह ने अपने आदेश में कहा है कि लिपिक उर्दू अनुवादक मैनुददीन खान एवं खड़ग बहादुर को उनकी मूल तैनाती स्थल क्रमश: जीजीआइसी बैरिया और बसरिकापुर में भेज दिया जाए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रादेशिक उपाध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षक संघ विजय कुमार सिंह के 30 अप्रैल के शिकायती पत्र में उल्लेखित बिंदुओं का परीक्षण करते हुए अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) प्रयागराज ने अपने 24 मई के पत्र में दोनों लिपिकों को कार्यमुक्त करने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार के द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि डीआइओएस के द्वारा जानबूझ कर दोनों के गलत कार्यां को संरक्षण दिया जा रहा है। उक्त दोनों विद्यालयों में ये एकल लिपिक हैं। इनके नहीं रहने से संबंधित विद्यालय में कार्य प्रभावित है। फिर भी ये जुगाड़ फिट कर डीआइओएस कार्यालय में जमे हुए हैं। इसमें से एक लिपिक को 2019 में वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार भी किया था। फिर भी उक्त लिपिक को दोबारा कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया।
वर्जन
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में संबद्ध दोनों लिपिकों को कार्यमुक्त करने के लिए पत्र भेजा गया है। इसके बाद भी डीआइओएस ने यदि उनकी संबद्धता समाप्त करते हुए कार्यमुक्त नहीं किया है तो इसका जवाब उन्हें देना होगा। आदेश की अनदेखी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
योगेंद्र सिंह, संयुक्त शिक्षा निदेशक, आजमगढ़