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जल निगम ने परियोजनाओं को किया निरस्त, नहीं बनेंगी 17 पानी टंकियां

जागरण संवाददाता बैरिया (बलिया) विश्व बैंक से जल निगम को करोड़ों रुपये के भुगतान के बाद भी निर्मल नीर योजना के तहत बनने वाली 17 पानी टंकियों का निर्माण कार्य रद कर शासन को फर्जी रिपोर्ट भेजे जाने से लोग हतप्रभ हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 05:27 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 06:25 AM (IST)
जल निगम ने परियोजनाओं को किया निरस्त, नहीं बनेंगी 17 पानी टंकियां
जल निगम ने परियोजनाओं को किया निरस्त, नहीं बनेंगी 17 पानी टंकियां

जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : विश्व बैंक से जल निगम को करोड़ों रुपये के भुगतान के बाद भी निर्मल नीर योजना परवान नहीं चढ़ी। इस योजना के तहत बनने वाली 17 पानी टंकियों का निर्माण कार्य रद कर दिया गया है। इस बाबत जल निगम ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है। निगम अफसरों के फर्जी रिपोर्ट से लोग हतप्रभ हैं। आक्रोशित ग्रामीण अब जल निगम के फैसले के खिलाफ सड़क पर उतरने का मन बना रहे हैं।

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योजना के अन्तर्गत बैरिया विधानसभा क्षेत्र के बेलहरी में एक करोड़ 92 लाख की लागत से, विशुनपुरा में एक करोड़ 32 लाख, मझौवां में एक करोड़ 32 लाख, सोनकी भाट में दो करोड़ 12 लाख, बघौंच में एक करोड़ 72 लाख की लागत से पानी टंकियों की निर्माण होना था। इसके लिए भूमि अधिग्रहण कर कुछ जगह चहारदीवारी आदि बना दी गई थी जबकि अन्य 12 जगहों का पानी टंकियों का निर्माण निर्मल नीर योजना के तहत होना था। इसके लिए करीब 34 करोड़ रुपये एक साल पूर्व ही विश्व बैंक द्वारा जल निगम को भुगतान कर दिया गया था। निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। अब निर्माण कार्य शुरू होना था कितु जल निगम के तत्कालीन अधिशासी अभियंता कायम हुसैन ने एक रिपोर्ट जल निगम के प्रबंध निदेशक विकास गोठलवाल को भेजी, जिसमें कहा गया था कि यहां का भूमिगत जल पानी टंकी से सप्लाई के लायक नहीं है तो कुछ जगह भूमि उपलब्ध नहीं है जबकि हकीकत में कहीं भी बोरिग कर पानी की जांच नहीं की गई। जमीन हर जगह उपलब्ध थी, फिर भी इस आशय की फर्जी रिपोर्ट भेज दी गई। इस रिपोर्ट को लेकर तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है।

निर्मल नीर योजना के जिला परियोजना प्रबंधक हेमंत कुमार से इस संदर्भ में पूछने पर उन्होंने बताया कि जल निगम द्वारा इन परियोजनाओं को निरस्त करने का पत्र निगम के प्रबंध निदेशक की ओर से शासन को भेजा गया है। जब तक ग्राम विकास विभाग के सचिव का पत्र नहीं आता है, मैं इन परियोजनाओं को निरस्त नहीं मानूंगा। मेरे हिसाब से प्रस्तावित जगहों पर पानी टंकी बनवाकर लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना आवश्यक है। वहीं जल निगम के अधिशासी अभियंता अरविद कुमार का कहना है कि मेरे कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व अधिशासी अभियंता द्वारा इन परियोजनाओं को रद करने से संबंधित रिपोर्ट जल निगम के एमडी के पास भेजा जा चुका था। निगम के एमडी ने इसे निरस्त कर दिया है। इस योजना में कुछ ठेकेदारों को कुछ पेमेंट भी दिया गया है। उस संदर्भ में जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी।

विधायक सुरेंद्र सिंह का कहना है कि हर हाल में इन प्रस्तावित पानी टंकियों की निर्माण कार्य कराया जाएगा। जरूरत पड़ी तो इस बाबत मुख्यमंत्री से मिलकर आग्रह करूंगा क्योंकि लोगों को आर्सेनिक से मुक्ति दिलाना आवश्यक है।

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विधायक व सांसद के आवास पर धरना देंगे

इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने कहा है कि निरस्त पानी टंकियों को दोबारा पास कराकर उसका निर्माण कराने के लिए ग्रामीणों के साथ जल्द ही सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व विधायक सुरेंद्र सिंह के आवास पर धरना दूंगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ग्राम विकास की उक्त योजनाएं तब निरस्त हुई, जब ग्राम विकास राज्यमंत्री इसी जनपद के जन प्रतिनिधि हैं। उन्हें इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों को आर्सेनिक मुक्त पेयजल मिल सके।


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