गड़हा महोत्सव को सरकारी दर्जा दिलाऊंगा : सांसद
जागरण संवाददाता भरौली (बलिया) सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने गड़हा महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि गड़हा महोत्सव भोजपुरी को उसे ऊंचे मुकाम पर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि एक नोट तैयार करें। इसे सरकार का आयोजन बनवाऊंगा। इसे सरकार आयोजित कराएगी।
जागरण संवाददाता, भरौली (बलिया) : सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने गड़हा महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद कहा कि गड़हा महोत्सव भोजपुरी को ऊंचे मुकाम पर ले जाएगा। मैं इसे सरकार का आयोजन बनवाऊंगा। इसे सरकार आयोजित कराएगी। कहा कि मैं इस बात के लिए चितित रहता था कि भोजपुरी गीत से परंपरा लुप्त हो रही है लेकिन भरत शर्मा और अन्य गायकों ने जिस प्रकार से विवाह के विभिन्न अवसरों पर गाये जाने वाले गीतों को गाया और लोगों ने सराहना की, मैं कह सकता हूं कि भोजपुरी लोक परंपरा मजबूत हो रही है। बेटियों की आवाज बना गड़हा महोत्सव का मंच
मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि निर्भया हो, हैदराबाद की घटना हो या उन्नाव की घटना, हमारी सरकार में अपराधियों का स्थान'ऊपर'है। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध पर भाजपा सरकार कड़ाई से पेश आ रही है। मंत्री ने कहा कि निर्भया के गांव में महाविद्यालय जल्द शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री से बात हुई है। शीघ्र ही निर्भया के नाम पर महाविद्यालय स्थापित होगा।
भरौली में शनिवार की रात भोजपुरी अभिनेत्री व गायिका अक्षरा के लटके-झटके देखने के लिए दर्शक काफी देर से उत्सुक थे लेकिन पिछले कुछ दिनों में हैदराबाद और उन्नाव की घटना को लेकर अक्षरा का भी दर्द छलक गया। जिसे उन्होंने अपने गीतों के जरिए जाहिर किया। अक्षरा ने'ना निर्भया बनी अब कवनो बेटी.. हम निशचर के काट देब बोटी-बोटी.. के जरिए वर्तमान में बेटियों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाज उठायी। अपने जोशीले भाषण से अक्षरा ने महिलाओं की आवाज बुलंद की। इसके बाद अक्षरा ने'बाबा हो बाबा पुकारिला बाबा ना बोलेले हो.. गया तो महौल ठहर सा गया। वहीं अक्षरा ने बहुत देर से जमे दर्शकों को निराश भी नहीं किया। उन्होंने बेटियों को समर्पित गीत के बाद युवा दर्शकों के मन मुताबिक'पाकल अमरुधिया पर ..'के जरिए अपना जादू चलाया। अक्षरा ने जमकर डांस भी किया। गड़हा महोत्सव में सिर चढ़कर बोला सुरों का जादू
भोजपुरी जगत के स्टार भरत शर्मा ब्यास ने जब'गोरिया चान के अंजोरिया नियन गोर बाड़ू हो..'गाया तो लोग उनके मुरीद हो गए। मशहूर गायक गोलू राजा ने मौके की नजाकत देखते हुए'हृदय में भाव लेके मालिनिया..' के जरिए आते ही दर्शकों पर अपना जादू चला दिया। इसके बाद'हमरा के चाही ना कमइया ए मोर सैंया..'तो दर्शक देर तक झूमते रहे। वाराणसी के मशहूर कलाकार अमलेश शुक्ल अमन ने विवाह गीत'माथे मउरा बांधी के अइले दूल्हा दामाद हो.. गाया। आपन खोरिया बहार हो ..सहित एक से बढ़कर एक गीतों से समा बांध दिया। गायक गुलशन ने अलग ही अंदाज में जय-जय गणेश जय महादेवा सुनाकर खूब तालियां बजवाई। आलोक कुमार ने हिदी गीतों से शमा बांध दिया। मनोहर सिंह ने'अंखिया के झुलुआ झुलावाल कर..इस गीत पर नृत्यांगना हिना के ठुमके देख कई बार दर्शक बेकाबू हुए।
गायिका बिजली रानी ने'पियवा जात बाड़अ पुलिस के बहलिया में कुछुओ लेले अइह ललका रुमालिये में.सुनाकर मदहोश किया। इसमें बाद मोहिनी द्विवेदी और निशा उपाध्याय ने अपने गीतों से खूब झुमाया। गायिका हैपी राय ने भी वाहवाही लूटी।