कब तक जान जोखिम में डाल ट्रेनों पर चढ़ते रहेंगे यात्री
जागरण संवाददाता, रसड़ा (बलिया) : स्थानीय रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन लाखों की आमदनी होने के
जागरण संवाददाता, रसड़ा (बलिया) : स्थानीय रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन लाखों की आमदनी होने के बावजूद यहां यात्री सुविधाओं का टोटा है। यहां के प्लेटफार्म नंबर एक पर नजर डालें तो एक्सप्रेस ट्रेनों के आने पर यह छोटा पड़ जाता है। नतीजा चार-पांच बोगियां बिना प्लेटफार्म के हो जा जाती हैं, जिससे आए दिन कोई न कोई चोटिल हो जा रहा है। यात्रियों का कहना है कि आखिर जान जोखिम में डालकर कब तक ट्रेनों पर चढ़ते रहेंगे। ऐसा नहीं है कि इस समस्या से विभाग के उच्चाधिकारी अनभिज्ञ हैं। सब कुछ जानते हुए भी इस बड़ी समस्या के समाधान की दिशा में अब तक कोई भी सार्थक पहल नहीं किया जाना रेलवे विभाग की उदासीनता को दर्शाने के लिए काफी है। कई बार रसड़ा आगमन के समय डीआरएम के समक्ष इस समस्या को बताया गया। उन्होंने इस दिशा में पहल किए जाने का आश्वासन भी दिए। बावजूद इसके यात्री आज भी जान जोखिम में डालकर बिना प्लेटफार्म पर ट्रेनों को चढ़ने-उतरने को विवश हैं। इस संबंध में समाज सेवी एवं ग्राम प्रधान शिवेंद्र बहादुर ¨सह, देवेश तिवारी, व्यवसायी सोनू ¨सह शिक्षक देवेंद्र ¨सह ने यात्री हित में प्लेटफार्म एक की लंबाई बढ़ाने व प्लेटफार्म दो की उच्चीकरण कराने की मांग की है।