लघु एवं कुटीर उद्योगों का भरपूर सहयोग करेगी सरकार
लॉकडाउन की वजह से एक माह से संकट झेल रहे असंगठित उद्योगों को राहत रुपी संजीवनी की दरकार है। जिले के प्रभारी मंत्री से वीडियो कॉनकॉल के माध्यम से बातचीत करते हुए लघु एवं कुटीर उद्योग के जिलाध्यक्ष
जासं, बलिया: लॉकडाउन की वजह से एक माह से संकट झेल रहे असंगठित उद्योगों को राहत रुपी संजीवनी की दरकार है। जिले के प्रभारी मंत्री से वीडियो कॉनकॉल के माध्यम से बातचीत करते हुए लघु एवं कुटीर उद्योग के जिलाध्यक्ष व प्लास्टिक उद्योग से जुड़े अरुण सिंह ने प्रमुखता से उठाया। कहा कि मार्च माह क्लोजिग महीना होता है लिहाजा वित्तीय देनदारियों के चलते उद्योगों की रफ्तार वैसे भी धीमी हो जाती है। अभी उससे उबर कर काम शुरु ही किया गया था कि सम्पूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया। इसके चलते छोटे कारोबारी पिछले एक माह से दोहरी समस्या का सामना कर रहे हैं। सभी इकाईयां बंद हैं। लगभग डेढ़ माह से सभी कर्मचारी बैठे हैं। ऐसे में बिना किसी अतिरिक्त सहयोग के कामगारों को कैसे वेतन दिया जाए और इकाई को बंद होने से बचाया जाए एक बड़ी समस्या हो गई है। लॉकडाउन-2 के दौरान केन्द्र सरकार ने उद्योगों को चालू करने का सर्कुलर जारी किया लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई भी स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं मिला। तमाम दुश्वारियों के कारण उद्यमी काफी हताश व परेशान है। अरुण ने प्रभारी मंत्री से बैंक ब्याज दरों में सहुलियत देने व स्पष्ट गाइड लाइन जारी कराने की मांग की। प्रभारी मंत्री ने डीएम से बात कर स्पष्ट गाइड लाइन जारी कराने का भरोसा दिया।