पुश तस्करी मामले का शासन ने लिया संज्ञान, तेज हुई कार्रवाई
जागरण संवाददाता बिल्थरारोड (बलिया) पशु तस्करी में बलिया पुलिस की संलिप्तता मामले को शासन न
जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया): पशु तस्करी में बलिया पुलिस की संलिप्तता मामले को शासन ने सीधे संज्ञान में लिया। इसे लेकर योगी सरकार की घंटी बलिया में बजी तो जांच कार्रवाई भी तेज हो गया। पशु तस्करी जैसे गंभीर मामले में गिरफ्तार दागी सिपाही दीपनारायण पासवान को पुलिस अधीक्षक ने 17 नवंबर को ही निलंबित कर दिया है। साथ ही पूरे प्रकरण में उभांव थाना पुलिस की संलिप्तता की जांच हेतु टीम गठित कर दी है। इसकी जांच एएसपी संजय कुमार करेंगे। जांच के तहत कुछ संदिग्ध पुलिसकर्मियों के मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर चढ़ाए जाने एवं काल डिटेल्स खंगालने के आदेश दिए गए है। पुलिस अधीक्षक ने तुर्तीपार चेकपोस्ट पर तैनात सिपाही दीनानाथ यादव, रामाश्रय यादव, गांधी यादव, रणजीत यादव और हरिओम साहनी को भी ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस मामले में उभांव थाना व मइल थाना के अन्य पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होना तय है कितु फिलहाल पुलिसिया कार्रवाई सिर्फ सिपाही स्तर तक ही चल रहा है। जो आम लोगों के गले सीधे नीचे नहीं उतर रहा। विभिन्न आरोप में लाइनहाजिर सिपाही दीपनारायण पासवान को 16 नवंबर की सुबह भागलपुर पुल के पास देवरिया जनपद के मइल पुलिस ने पशु तस्करों के साथ गिरफ्तार किया था। जो सादे वर्दी में स्कार्पियो में दो अन्य पशु तस्करों के साथ दो ट्रक गोवंशीय मवेशी बिहार भेजने के लिए विभिन्न थाना क्षेत्र से निकलवाने हेतु पायलेटिग कर रहा था। 99 पशु तस्करों की हुई गिरफ्तार, 86 लाख की संपत्ति कुर्क, 379 मवेशी बरामद
पशु तस्करों के खिलाफ जारी अभियान के तहत पुलिस ने वर्ष 2020 में किए गए विभिन्न कार्रवाई में अब तक 99 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इन्हें संबंधित धाराओं में निरुद्ध कर न्यायालय के सुपूर्द किया गया। साथ ही न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया। वहीं पुलिस ने 52 आरोपित पशु तस्करों के खिलाफ उत्तर प्रदेश गिरोह बंद अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है। इनकी करीब 86 लाख की संपत्ति 14 (1) उत्तर प्रदेश गिरोह बंद अधिनियम के अंतर्गत कुर्क किया गया। पशु तस्करों से अब तक 379 गोवंशीय पशुओं को मुक्त कराया गया है और 44 गाड़ियां मामले में जब्त की गई है।
आरोपित सिपाही दीपनारायण पासवान को निलंबित कर दिया गया है तथा विभागीय कार्यवाही की जा रही है। साथ ही उभांव थाना के समीप तुर्तीपार पुलिस पिकेट व गश्त में ड्यूटी पर तैनात पांच अन्य पुलिसकर्मियों को भी लाइनहाजिर किया गया है। इसके अलावा मऊ जनपद की सीमा से संलग्न थानों के पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है। अपर पुलिस अधीक्षक पूरे मामले की जांच कर रहे है।
-देवेंद्र नाथ, पुलिस अधीक्षक।