मुख्यमंत्री कार्यालय ने तलब की रिपोर्ट
सीएमओ कार्यालय में दो साल पहले हुए घोटाले का जिन्न फिर से निकल आ
जागरण संवाददाता, बलिया : सीएमओ कार्यालय में दो साल पहले हुए घोटाले का जिन्न फिर से निकल आया है। अकाउंट सेक्शन देख रहे एक लिपिक के भ्रष्टाचार के विरूद्ध भाजपा के पूर्व विभाग संगठन मंत्री अरविद दुबे की शिकायत पर स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के निदेशक को पत्र लिखा है। कहा है कि लिपिक को स्थानांतरित करते हुए जांच रिपोर्ट दें।
बता दें कि इसी लिपिक के कार्यकाल में 2019 में 50 लाख रुपये गबन की कोशिश हुई थी। अब मुख्यमंत्री कार्यालय के उप सचिव अजय कुमार ओझा ने भी चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को रिपोर्ट तलब करते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं। यह है पूरा मामला :
पूर्व सीएमओ डा.एसपी राय की मृत्यु के तीन महीने बाद नवंबर 2019 में उनका फर्जी दस्तखत कर 50 लाख रुपये के गबन के मामले में जेल की सजा काट चुके कनिष्ठ लिपिक मुन्ना बाबू ने नए साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं। जिस अवधि में यह गबन हुआ था, उस समय एनएचएम के पटल सहायक को बचाने के आरोप लगाए हैं। पूर्व सीएमओ ने रिपोर्ट में पुष्टि भी की है। कोतवाली में दी गई पहली तहरीर में सीएमओ रहे डा. पीके मिश्रा ने जिला लेखा प्रबंधक पवन कुमार वर्मा, स्वास्थ्य विभाग के दो लिपिक मुन्ना बाबू व मनोज यादव, मुकेश भारद्वाज तथा फर्म अनमोल ट्रेडर्स के प्रोपराइटर निर्मल कुमार पांडेय पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी, लेकिन उसी रात तहरीर में फेरबदल कर एक लिपिक का नाम हटा लिया गया। यह प्रकरण पूर्व के समय का है। अभी के समय में एक कनिष्ठ लिपिक अकाउंट का कार्य देख रहे हैं। उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। जांच के बाद शासन से जो भी आदेश आएगा, उसका अनुपालन होगा।
- डा. राजेंद्र प्रसाद, मुख्य चिकित्साधिकारी