टोंस नदी के अधूरे रिग बंधे को पूरा करने की मांग ने पकड़ा जोर
रसड़ा (बलिया) क्षेत्र के अतरसुआ-सिलहटा के किसानों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रह
रसड़ा (बलिया) : क्षेत्र के अतरसुआ-सिलहटा के किसानों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसको लेकर किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को समाजसेवी व किसान रमाकांत सिंह के नेतृत्व में क्षेत्रीय विधायक उमाशंकर सिंह से मिला। इस दौरान किसानों ने उन्हें एक पत्रक सौंपकर टोंस नदी के अधूरे रिग बंधा को पूर्ण कराने की मांग की।
बताया कि टोंस नदी के तट पर अधूरे रिग बांध के चलते तटवर्ती गांवों की सैकड़ों एकड़ भूमि जलमग्न होकर बर्बाद हो जाती है। रिग बांध ठैचा जनपद मऊ से अतरसुआ होते हुए सिलहटा तक लगभग छह किलोमीटर में बना है। अतरसुआ व सिलहटा गांव के बीच कुछ जमीन लगभग 500 मीटर खैरा, सिधागर घाट तहसील कासिमाबाद जनपद गाजीपुर में पड़ जाती है जिसके कारण आज भी रिग बंधा अधूरा रह गया है।
हर साल उसी रास्ते होकर आने वाले बाढ़ के पानी से लाखों रुपए की सैकड़ों एकड़ खड़ी फसल बर्बाद हो जाती है। किसानों ने उक्त समस्या को गंभीरता से लेते हुए इस पर त्वरित कार्रवाई करके अधूरे रिग बंधे को अविलंब बनवाए जाने की मांग की। इस मौके पर मांझी प्रसाद, रहसू राजभर, मुन्ना यादव, लालमोहन यादव, रविद्र सिंह, रामबचन यादव, केशव यादव, उमाकांत यादव, हरिहर यादव, हरिदर यादव, रामानंद यादव, सर्वजीत सिंह, चंद्रदेव सिंह, सुमंत सिंह, अनिल कुमार सिंह आदि दर्जनों किसान रहे।