साइबर ठगों ने खाते से पैसे उड़ाने का नया तरीका किया ईजाद
साइबर ठगों ने बैंक ग्राहकों के खाते से रुपये निकालने का नया तरीक
जागरण संवाददाता, बलिया : साइबर ठगों ने बैंक ग्राहकों के खाते से रुपये निकालने का नया तरीका ईजाद कर लिया है। साइबर ठग खाते से धनराशि निकालकर उसकी अलग एफडी बनाकर उसमें ट्रांजेक्शन कर देते हैं। फिर खाताधारक को फोन करके खुद बताते हैं कि आपके एकाउंट से किसी ने ऑनलाइन फ्रॉड कर कुछ रुपये निकाल लिए हैं। खाते में बचे रुपये निकलने से बचाने के लिए हमने खाता ब्लॉक कर दिया है, जिसे चालू करने के लिए भेजा गया वेरीफाई कोड ओटीपी बताएं। पैसा रिफंड करने या खाते को अनब्लॉक करने के बहाने ओटीपी मांगकर रुपये उड़ा लेते हैं। लोगों का खाता हैक कर उसमें मौजूद रकम की एफडी बनवा लेते हैं। यह एफडी एक दिन के लिए बनती है। लिहाजा उसी दिन या कुछ घंटे बाद उसकी अवधि पूरी हो जाती है। ऐसे में ठग के पास अपना खेल पूरा करने के लिए अधिकतम 12 घंटे होते हैं। वे खाताधारक से ओटीपी पूछते हैं और ओटीपी मिलते ही एफडी से रकम सीधे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। ऐसे करें बचाव
ऐसा अगर किसी के साथ होता है तो किसी भी दशा मे किसी को भी ओटीपी शेयर ना करें।
-समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहे।
-किसी भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के बाद अकाउंट चेक करते रहें।
-हमेशा बैंक की बेवसाइट का यूआरएल टाइप कर ऑनलाइन बैंकिग का प्रयोग करें।
-रिमोट एक्सेस एप्लिकेशन (जैसे-एनीडेस्क, टीमवीवर इत्यादि) से बचें।
-किसी भी लिक टच करने से पहले सोंचे ।
-ऑनलाइन बैंकिग मे पब्लिक कंप्यूटर का प्रयोग ना करें। साइबर ठगों से बचने के लिए सावधानी आवश्यक है। इसके लिए आप अपने एकाउंट संबंधित जानकारी किसी से शेयर न करें। दूर बैठा साइबर ठग इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता है।
-डा. विपिन ताडा, पुलिस अधीक्षक।