दूबेछपरा स्पर निर्माण की जांच को जाएंगे न्यायालय
दूबेछपरा रिग बांध व स्पर निर्माण में संबंधित विभाग लूटखसोट में शामिल है। यही कारण है कि विगत दो वर्ष से शिकायती पत्र व शपथ पत्र देने के बाद आज तक जांच नहीं हो पाया है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जांच टीम को रोकने मे भी प्रभावशाली लोगों का हाथ है और इस गड़बड़झाले में कई लोगों की गर्दन नप सकती है। यही कारण है कि बंधा बह गया लेकिन यह मामला यही समाप्त नहीं होगा। अब इस मामले को उच्च न्यायालय में जनहित याचिका के रूप में दायर करूंगा।
जासं, बैरिया (बलिया) : दूबेछपरा रिग बांध व स्पर निर्माण में संबंधित विभाग लूटखसोट में शामिल है। यही कारण है कि विगत दो वर्ष से शिकायती पत्र व शपथ पत्र देने के बाद आज तक जांच नहीं हो पाया है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जांच टीम को रोकने मे भी प्रभावशाली लोगों का हाथ है और इस गड़बड़झाले में कई लोगों की गर्दन नप सकती है। यही कारण है कि बंधा बह गया, लेकिन यह मामला यही समाप्त नहीं होगा। अब इस मामले को उच्च न्यायालय में जनहित याचिका के रूप में दायर करूंगा।
यह आरोप इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने लगाए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में को सात बिदुओं पर शपथ पत्र देकर सिचाई विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव से शिकायत किया था कि दूबेछपरा रिग बांध मरम्मत और स्पर निर्माण में बाढ़ खंड के अधिकारियों द्वारा भारी घोटाला किया जा रहा है। एक वर्ष पूर्व रिग बांध के मरम्मत के लिए नौ करोड़ आया था, जो पानी में बह गया। पूर्व में नौ करोड़ की लागत से बांध का मरम्मत हुआ, जिसमें बांध के बगल से ही मिट्टी काटकर बांध को भर कर घोटाला किया गया। कार्य स्थल पर 16 लाख इसी बैग डालने की बात कही गई थी, लेकिन सच्चाई यह है कि मात्र सात से आठ लाख ही इसी बैग डाला गया था। इसी तरह के अन्य कार्य भी हुए हैं।