लापरवाही बरत रहे लोग, फैल रहा संक्रमण
कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। एक-एक कर विभिन्न सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। सोमवार को आई रिपोर्ट में जिलाधिकारी कार्यालय के तीन नए कर्मचारियों समेत नगर के विभिन्न मोहल्लों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के कुल 3
जागरण संवाददाता, बलिया : कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। सोमवार को आई रिपोर्ट में जिलाधिकारी कार्यालय के तीन कर्मचारियों सहित नगर के विभिन्न मोहल्लों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के कुल 38 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। इस प्रकार जिले में अब तक कुल केसों की संख्या बढ़कर 418 हो गई है। उधर तेजी से फैलते संक्रमण की वजह से प्रशासनिक गलियारे में बेचैनी बढ़ गई है।
नगर क्षेत्र के अधिवक्ता नगर से पांच, कृष्णा नगर व मिड्ढी से चार-चार, जिलाधिकारी कार्यालय के तीन, जापलिनगंज व निराला नगर से दो-दो, घनश्याम नगर, श्रीराम विहार कालोनी, रामपुर उदयभान, राजपूत नेवरी, एसबीआई ऑफिस व प्रोफेसर कालोनी के एक-एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग कोरोना संक्रमित मिले। इसमें बैरिया में सात, गड़वार ब्लाक के भटवलिया में तीन, फेफना में दो के अलावा मनियर कस्बा, लालगंज, रतसर, नकहरा, सूरजपुरा, उमरगंज, बिन्हा, छेड़ी व तारनपुर में एक-एक नये कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये। शहर सहित ग्रामीणांचलों में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या ने जिला प्रशासन की चिता बढ़ा दी है।
उधर 38 नए मरीज मिलने के बाद जिले में अब एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 207 हो गई है। वहीं 209 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सर्विलांस टीम ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। जनपद में अब तक 8913 लोगों का सैंपल जांच के लिए लिया जा चुका है। इनमें 7071 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है जबकि 1460 सैंपल प्रक्रियागत हैं।
इनसेट
मरीजों को भर्ती करने में हो रही देरी, फैल रहा संक्रमण
कोरोना मरीजों को भर्ती करने के मामले में विभागीय लापरवाही आमजन के लिए घातक साबित हो रही है। जिले के कई इलाकों में कोरोना मरीजों की पुष्टि होने के बाद भी उसे संबंधित अस्पताल में भर्ती करने में काफी विलंब हो रहा है। तब तक संबंधित मरीज इलाके का कई चक्कर लगा ले रहा है। ऐसा ही एक मामला फेफना थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव में देखने को मिला था। यहां नौ जुलाई को पॉजिटिव आए एक युवक को अगले तीन दिनों तक एल-वन अस्पताल में भर्ती नहीं किया था। ग्रामीणों के शोर करने के तीन दिन बाद पहुंची टीम उसे अस्पताल ले गई। सैंपल देने वाले भी आजाद घूम रहे हैं। इनसे भी खतरा बना रहता है।