छात्रवृत्ति आवेदन प्रक्रिया में बदलाव से छात्रों की बढ़ी मुश्किलें
जागरण संवाददाता नगरा (बलिया) शासन द्वारा पूर्व दशम व दशमोत्तर छात्रवृति आवेदन प्रक्रिया में
जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : शासन द्वारा पूर्व दशम व दशमोत्तर छात्रवृति आवेदन प्रक्रिया में बदलाव कर छात्रों को संकट में डाल दिया है। नई प्रक्रिया के तहत छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड को हाईस्कूल के अंकपत्र से अपडेट करते हुए मोबाइल फोन से लिक किया जाना है। इस प्रक्रिया के तहत छात्र-छात्राएं जब छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करेंगे तो उनके आधार से लिक मोबाइल फोन पर एक ओटीपी आएगा। इस ओटीपी को ऑनलाइन आवेदन में भरना होगा। इसके बाद ही आवेदन सबमिट हो सकेगा। आलम यह है कि काफी संख्या में गरीब छात्र-छात्राओं के आधार अपडेट नहीं हैं। इधर नगरा उपडाकघर में गत कई माह से न तो आधार कार्ड ही बन रहा है न ही अपडेट ही किया जा रहा है। छात्र छात्रवृत्ति आवेदन के लिए हर रोज डाकघर का चक्कर काट रहे हैं। कुछ छात्र तो ऐसे हैं जिन्होंने आधार कार्ड बनवाते समय जो मोबाइल फोन नंबर दिया था अब उस नंबर को बदल कर नया नंबर ले लिया है। ऐसे छात्र स्कूल से लेकर डाकघर तक का भाग दौड़ कर रहे हैं। छात्रों को अब इस बात का भय सताने लगा है कि कहीं इसी भागदौड़ में आवेदन करने की तिथि ही न समाप्त हो जाय। शासन के इस नए नियम से विद्यालयों के प्रधानाचार्य भी परेशान हैं क्योंकि छात्र जानकारी के लिए विद्यालयों पर पहुंच रहे हैं। राजाराम सिंह इंटर कालेज सिसवार के प्रधानाचार्य धनंजय पांडेय, वीरांगना लक्ष्मीबाई उमा विद्यालय ढेकवारी के प्रधानाचार्य विपिन कुमार का कहना है कि छात्रवृति आवेदन के लिए नए नियम से छात्र परेशान हो गए हैं। इस कोरोना काल में छात्र-छात्राओं को अनावश्यक भाग दौड़ करनी पड़ रही है।