जख्म दे रहीं टूटी सडकें, पैदल चलना भी मुश्किल
जागरण संवाददाता नगरा (बलिया) क्षेत्र की आधा दर्जन सडकें पूरी तरह टूट कर गड्ढे में
जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : क्षेत्र की आधा दर्जन सडकें पूरी तरह टूट कर गड्ढे में तब्दील हो चुकी हैं। इन सडकों पर वाहन तो दूर, पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है। प्रदेश सरकार ने गड्ढा मुक्त सडक का नारा दिया था, कितु गड्ढों में तब्दील ये सडकें नारों की हवा निकाल रही हैं। थोडी सी बारिश होने पर सडकों पर बने गड्ढों में पानी भर जाता है, इससे आने-जाने में मुश्किल होता है। क्षेत्र में सत्ता दल के एक विधायक, दो सांसदों के होते हुए भी सड़कों की हालत दयनीय है। टूटी सडकों को लेकर जनप्रतिनिधियों के प्रति क्षेत्रवासियों का गुस्सा स्पष्ट रुप से दिखाई दे रहा है।
-------------------------- गड्ढों में तब्दील यह सडकें
ढेकवारी-किशोरगंज, मालीपुर-बडसरा नहर मार्ग, डिहवां-सलेमपुर मार्ग, जूडनपुर-चांडी मार्ग, कसेसर-आरीपुरसरयां मार्ग, नगरा-सिकंदरपुर मुख्य मार्ग पर जगह-जगह बडे बडे गड्ढे बन चुके हैं।
-------------------- बोले ग्रामीण- जिम्मेदार नहीं रहे ध्यान
- मालीपुर बडसरा नहर की सडक दो दर्जन गांवों से होकर गुजरती है। सडक पर बड़े गड्ढे बन चुके हैं। क्षेत्रीय विधायक से सड़क के लिये कई बार कहा जा चुका है कितु परिणाम कुछ नहीं निकला।
सतीश कुमार सिंह -- क्षेत्र की सडकों का बुरा हाल है। सडकें पूरी तरह से टूट चुकी हैं। इन सडकों पर चलना मुश्किल हो गया है। जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि शीघ्र ही सडकों की मरम्मत करा दें।
राजीव कुमार सिंह --ढेकवारी किशोरगंज मार्ग टूट गया है। इस मार्ग की हर साल मरम्मत होती है कितु वह एक माह भी नहीं टिकता। इस सड़क पर चलना कष्टकारी हो गया है।
महेंद्र यादव --जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से सडकों की हालत दयनीय हो चुकी है। सरकार का गड्ढा मुक्त नारा पूरी तरह से फेल हो चुका है। सरकार को चाहिए कि इन सडकों की मरम्मत कराए।
अश्वनी कुमार वर्मा