बिजली कनेक्शन कटने के दो साल बाद भेजा लाखों का बिल
बिजली विभाग के कारनामे भी अजब-गजब हैं। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन बिजली देने में के मामले में भले ही पीछे हो लेकिन बात जब बिल भेजने की आती है तो इस महकमे की फुर्ती देखते ही बनती है।
जागरण संवाददाता, बलिया : बिजली विभाग के कारनामे भी अजब-गजब हैं। उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन बिजली देने में के मामले में भले ही पीछे हो, लेकिन बात जब बिल भेजने की आती है तो इस महकमे की फुर्ती देखते ही बनती है। जहां बिजली कनेक्शन तक नहीं है, वहां भी बिल भेजने में देरी नहीं की जाती। विभाग ने कनेक्शन कटने के करीब दो साल बाद शहर के बालेश्वरघाट निवासी राजेश कुमार को लगभग चार लाख रुपये का भारी भरकम बिल पकड़ा दिया है। अब उपभोक्ता विभाग की गणेश परिक्रमा कर परेशान है।
कितनी ताज्जुब की बात है कि डिजिटल युग में लगभग हर विभाग सुधर गया, उसकी कार्य प्रणाली भी बदल गई, लेकिन बिजली विभाग अब भी वहीं खड़ा है। उसकी कार्यशैली में कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है। कहीं बिना कनेक्शन बिल भेज दिया जा रहा है तो कहीं बिल बढ़ा कर भेजने की शिकायतें सामने आ रही हैं। बिल भुगतान के बाद भी लाखों रुपये का बिल भेजने का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर विभाग की किरकिरी शुरू हो गई है। नगर का बालेश्वर घाट रोड निवासी राजेश कुमार 34 केवीए आइपी का कनेक्शन लेकर आटा मिल चलाते थे। संबंधित ने अपने ऊपर चल रहे बकाया राशि 16171 को उन्होंने 24 अगस्त 2018 को जमा कर दिया। उसके बाद विभाग ने जमा रसीद देते हुए उस पर इस बात का भी उल्लेख कर दिया कि संबंधित पर अब कोई धनराशि बकाया नहीं है। साथ ही कनेक्शन भी काट दिया गया।
एक हफ्ते पूर्व विभाग ने पुन: राजेश को 3,97,059 रुपये बकाया बिल भेज दिया। बगैर कनेक्शन लाखों को बिल देख राजेश के पैरों तले जमीन खिसक गई। आननफानन भेजी गई बिल व पुराना रिकार्ड लेकर ऑफिस पहुंच गए, लेकिन किसी ने उनको तवज्जो नहीं दिया। विभाग की गणेश परिक्रमा कर रहे राजेश ने बताया कि कोई अधिशासी अभियंता से बात करने की सलाह दे रहा है तो कोई अधीक्षण अभियंता से मिलने की बात बता रहा। ऐसे में समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए। जमा रसीद व अदेय प्रमाण पत्र भी न्याय नहीं दिला पा रहा है।