बलिया के 14251 सेवा मतदाताओं की भी कम नहीं अहमियत
लवकुश सिंह बलिया विधानसभा चुनाव में सर्विस मतदाताओं के वोटों की अहमियत तब बढ़ जाती है जब मत
लवकुश सिंह, बलिया
विधानसभा चुनाव में सर्विस मतदाताओं के वोटों की अहमियत तब बढ़ जाती है जब मतगणना के दौरान जीत का अंतर कम होता है। उस समय में हारते हुए प्रत्याशी की नजर सेवा मतदाताओं के वोट की ओर ही होती। कई बार उनकी वोट से बाजी पलट भी जाती है। ईवीएम के वोट से हारने वाला उम्मीदवार सेवा मतदाताओं के पोस्टल वोट से जीत जाते हैं। इस बार जिले में 14251 सेवा मतदाता हैं। इस वोट की अहमियत भी कम नहीं है। 2017 के चुनाव में इनकी संख्या 8225 थी। इस बार के चुनाव में 6026 सेवा मतदाता बढ़े हैं।
---------------
बांसडीह में 1687 वोट से हुई थी जीत
2017 के विधानसभा चुनाव में बांसडीह में सपा के उम्मीदवार रामगोविद चौधरी की मात्र 1687 वोट से जीत हुई थी। दूसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार केतकी सिंह थी।
-------------
बैरिया में 500 वोट से हुई थी जीत
2012 के चुनाव में बैरिया विधान सभा क्षेत्र में मात्र 500 वोट से सपा के जयप्रकाश अंचल की जीत हुई थी। भाजपा के भरत सिंह दूसरे स्थान पर थे। उस दौरान भी सभी सेवा मतदाताओं के वोट की ओर देख रहे थे।
--------------
बैरिया में अधिक, बेल्थरारोड में सबसे कम संख्या
इस बार के चुनाव में सर्विस मतदाताओं की संख्या बैरिया विधान सभा से सबसे अधिक 2736 है, जबकि बेल्थरारोड में सबसे कम 1160 है। इसी तरह फेफना में 2552, बांसडीह में 2336, नगर बलिया में 2104, रसड़ा में 1875, सिकंदरपुर में 1504 सेवा मतदाता हैं।
------------------
इस बार बढ़ जाएगी बैलेट वोट की संख्या
चलने में असमर्थ दिव्यांगों और बुजुर्गाें के लिए इस बार चुनाव आयोग ने घर पर बैलेट से मतदान की सुविधा दी है। इसके चलते इस बार बैलेट वोट की संख्या बढ़ जाएगी। जिले में 19833 दिव्यांग मतदाता हैं। 56969 मतदाता 80 वर्ष से ऊपर के हैं। 1223 मतदाता सौ वर्ष से अधिक उम्र के हैं। सभी बूथों के बीएलओ बैलेट से मतदान करने वाले ऐसे मतदाताओं को फार्म 12-डी उपलब्ध करा रहे हैं। जो मतदाता यह फार्म भरेंगे, उन्हें निर्वाचन आयोग की ओर से बैलेट उपलब्ध कराया जाएगा।
----------------------
नंबर गेम
19833 : दिव्यांग मतदाता।
56969 : 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता।
1223 : सौ वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता।