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Balia Murder Case: बलिया में आरोपित पक्ष की तरफ से मुकदमा दर्ज कराने थाने पहुंचे विधायक सुरेंद्र सिंह

Balia Murder Case रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर में हत्या के मामले में आरोपित पक्ष की ओर से मुकदमा दर्ज कराने भाजपा के बैरिया से विधायक सुरेंद्र सिंह समर्थकों के साथ थाने पहुंचे। विधायक के साथ मुख्य आरोपित धीरेंद्र प्रताप सिंह के परिवार की चोटिल महिलाएं और बच्चे भी हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 01:34 PM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 01:56 PM (IST)
Balia Murder Case: बलिया में आरोपित पक्ष की तरफ से मुकदमा दर्ज कराने थाने पहुंचे विधायक सुरेंद्र सिंह
भाजपा के बैरिया से विधायक सुरेंद्र सिंह समर्थकों के साथ थाने पहुंचे

बलिया, जेएनएन। बलिया में कोटे की दुकान के आवंटन के दौरान एसडीएम व सीओ की मौजूदगी में मारपीट के बाद फायरिंग में एक की मौत के बाद मामला राजनीतिक रूप लेता जा रहा है। इस मामले में मुख्य आरोपित भाजपा कार्यकर्ता धीरेंद्र प्रताप सिंह के साथ उसके दो भाई सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोपित पक्ष के समर्थन में खुलकर आने वाले बैरिया से भाजपा के विधायक सुरेंद्र सिंह अब आरोपित के परिवार की तरफ से केस दर्ज कराने रेवती थाना पहुंचे हैं।

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रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर में पुलिस टीम के सामने हुई हत्या के मामले में आरोपित पक्ष की ओर से मुकदमा दर्ज कराने भाजपा के बैरिया से विधायक सुरेंद्र सिंह समर्थकों के साथ थाने पहुंचे। इस दौरान विधायक के साथ मुख्य आरोपित धीरेंद्र प्रताप सिंह के परिवार की चोटिल महिलाएं और बच्चे भी हैं। बलिया के सिविल अस्पताल पहुंचे विधायक सुरेंद्र सिंह आरोपी के परिजनों से मिलकर रोने लगे।

विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। तीन दिन तक मेडिकल न होने पर आज मुझे आना पड़ा। पहले पक्ष की जिस तरह से प्राथमिकी दर्ज की गई है, वैसे ही दूसरे पक्ष की भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई तो आमरण अनशन पर बैठूंगा। सत्याग्रह करूंगा और जीवन का अंत करुंगा।

विधायक सुरेंद्र सिंह का कहना है कि मारपीट में धीरेंद्र प्रताप सिंह का परिवार भी घायल हुआ है। इस मामले में तो उनकी भी एफआइआर दर्ज होनी चाहिए। पुलिस ने केस से पहले मेडिकल की बात कही तो विधायक आरोपित परिवार के लोगों और भीड़ के साथ सीएचसी गए। वहां कोई डाक्टर नहीं था। इसके बाद विधायक सभी को लेकर जिला अस्पताल रवाना हो गए। भारी भीड़ के कारण पुलिस फोर्स के साथ एसपी भी पहुंच गए थे।

इस बीच पुलिस ने गोलीकांड के अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए कुछ स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस मामले में पुलिस अब तक मुख्य आरोपित धीरेंद्र प्रताप सिंह के दो भाइयों देवेंद्र प्रताप सिंह व नरेंद्र प्रताप सिंह को ही गिरफ्तार कर चुकी है। 


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