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जिला अस्पताल व महिला अस्पताल के बीच का रास्ता बंद, आक्रोश

जागरण संवाददाता बलिया जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल के बीच आवागमन को एक रास्ता है

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 07:06 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 07:06 PM (IST)
जिला अस्पताल व महिला अस्पताल के बीच का रास्ता बंद, आक्रोश
जिला अस्पताल व महिला अस्पताल के बीच का रास्ता बंद, आक्रोश

जागरण संवाददाता, बलिया : जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल के बीच आवागमन को एक रास्ता है, इससे मरीज और स्वजन एक-दूसरे अस्पताल में आसानी से चले जाते हैं, लेकिन जिला महिला अस्पताल प्रशासन की ओर से रास्ते को बंद किया जा रहा है। मरीजों और उनके स्वजनों में आक्रोश है। यह रास्ता बंद होने के बाद मरीजों को मुख्य सड़क से होकर जाम झेलते हुए एक-दूसरे अस्पताल में जाना होगा। मरीजों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन के इस निर्णय से मरीजों की फजीहत होगी। कई बार ऐसा होता है कि महिला अस्पताल की जांच मशीन खराब हो जातीं है। ऐसे में मरीज तत्काल इसी रास्ते से जिला अस्पताल की लैब में पहुंच कर अपनी जांच करा लेते हैं।

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पहले एक ही परिसर में चलते थे दोनों अस्पताल

दोनों अस्पतालों की स्थापना अंग्रेजों के काल में ही हुई थी। इसका विस्तार होता गया। भीड़ को देखते हुए दोनों के परिसर को देा भाग में बांट कर बाउंड्री किया गया और एक रास्ता छोड़ा गया ताकि मरीज एक-दूसरे अस्पताल में आसानी से पहुंच सकें।

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बोले लोग- -वर्षो पूर्व से दोनों अस्पतालों के बीच रास्ता सहूलियत के लिए खोला गया था। इसे बंद करना ठीक नहीं है। सीएमएस को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

-रिपुजंय रमण पाठक, युवा समाजसेवी।

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-महिला अस्पताल में दर्जनों कर्मचारी जिला अस्पताल परिसर स्थित आवास में रहते हैं। किसी भी समय इसी रास्ते से तुरंत पहुंच जाते हैं। रास्ते को बंद करना उचित नहीं है।

मलय पांडेय, जिला अध्यक्ष, फार्मासिस्ट।

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-इस रास्ते से दोनों अस्पताल एक दूसरे से हमेशा जुडे रहते हैं। किसी अस्पताल की जांच मशीन खराब होने या दवा न मिलने पर मरीज इसी रास्ते से तत्काल दूसरे अस्पताल में पहुंचकर जांच व दवा लेते हैं।

-संतोष सिंह, विजयीपुर।

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-अस्पताल में 100 शैया के पीछे आक्सीजन प्लांट बना है। सुरक्षा के ²ष्टि से दीवार खड़ी की जा रही है। मरीज मुख्य द्वार से ही आवागमन करेंगे।

-सुमिता सिन्हा, सीएमएस, महिला अस्पताल।


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