बाढ़ व कटान पीड़ित अनशन पर, प्रशासन के खिलाफ आक्रोश
जागरण संवाददाता दुबेछपरा (बलिया) दुबेछपरा ढ़ाला स्थित हनुमान मंदिर पर बुधवार को तीसरे दिन भी गोपालपुर केहरपुर आंशिक दयाछपरा जगदेवां टेंगरहीं ग्राम पंचायतों के बाढ़ व कटानपीड़ितों का क्रमिक अनशन जारी रहा। इस बीच दोपहर में उपजिलाधिकारी अशोक कुमार चौधरी व कोतवाल बैरिया संजय कुमार त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर आंदोलित लोगों का हाल जाना और हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। साथ ही वार्ता कर अनशन तोड़ने का आग्रह किया कितु आंदोलित लोगों ने कटान रोकने के सिवाय कुछ भी सुनने पर राजी नहीं हुए।
जागरण संवाददाता, दुबेछपरा (बलिया) : बाढ़ व कटान पीड़ितों का आंदोलन तेज होने के आसार हैं। बुधवार को आंदोलित पीड़ित ग्रामीणों ने अनशन तोड़ने का प्रशासन का आग्रह ठुकरा दिया। दुबेछपरा ढ़ाला स्थित हनुमान मंदिर पर तीसरे दिन भी गोपालपुर, केहरपुर, आंशिक दयाछपरा, जगदेवां, टेंगरहीं ग्राम पंचायतों के बाढ़ व कटानपीड़ितों का क्रमिक अनशन जारी रहा। इस बीच दोपहर में उपजिलाधिकारी अशोक कुमार चौधरी व कोतवाल बैरिया संजय कुमार त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर आंदोलित लोगों का हाल जाना और हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। अफसरों ने पीड़ितों से वार्ता कर अनशन तोड़ने का आग्रह किया कितु आंदोलित लोग कटान रोकने की मांग पर अड़े रहे।
इस दौरान आयोजित सभा में वक्ताओं ने विगत 16 सितंबर को दुबेछपरा रिगबंधा टूटने के बाद एक पखवारा से अधिक समय तक बाढ़ के पानी से घिरे होने के दौरान कई तरह की समस्याओं की चर्चा की। अपनी परेशानियां बयां करते हुए पांच सूत्रीय मांगों के लिए हर स्तर पर संघर्ष करने की बात कही। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि जल्द ही अपनी मांगों को लेकर तहसील पर धरना-प्रदर्शन, चक्का जाम व आमरण अनशन किया जाएगा। इस दौरान आंदोलित लोगों के बीच पहुंचे उपजिलाधिकारी को पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया।
उपजिलाधिकारी ने कहा कि यहां के लिए मुख्यमंत्री ने जो भी घोषणाएं की हैं, वह शीघ्र पूरा होगा। बंधा निर्माण व बाढ़ कटान से निदान के स्थाई समाधान के लिए मौके से बाढ़ खंड के इंजीनियर एके सिंह से वार्ता कर शीघ्र ही मौके का निरीक्षण करने का आग्रह किया। वहीं तीन बजे बाढ़ बिभाग के अधिशासी अभियंता वीरेंद्र सिंह ने अनशनकारियों के बीच पहुंच कर बताया कि बंधा का निर्माण नहीं हो पाएगा। आप लोगों की बात वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा दूंगा और पक्का घाट का निर्माण भी मेरे वश में नहीं है। धरना व सभा में अतुल कुमार मिश्र, सर्वजीत प्रधान, मुन्ना पांडेय, पंकज तिवारी, अमित दुबे, महेश तिवारी, काशीनाथ तिवारी, राम शरण तिवारी, ओंकार तिवारी आदि ने अपने विचार रखे।