..और अब मॉरीशस के उच्चायुक्त के पूर्वजों की तलाश
सैकड़ों वर्ष पहले मॉरीशस में जाकर बस गए मॉरीशस के उच्चायुक्त धनीलाल शिबू ने अपपी छह सदस्यीय टीम को क्षेत्र के सावन छपरा गांव भेजकर अपने पूर्वजों का पता लगाने के लिए भेजा है। उनके द्वारा बताया गया है कि उनके पूर्वज गाजीपुर जनपद अंतर्गत द्वाबा परगना के सावन छपरा गांव के रहने वाले थे। बहुत पहले रोजी-रोटी की तलाश में उनके पूर्वज अपना गांव छोड़ मॉरीशस चले गए थे। तब द्वाबा गाजीपुर का ही हिस्सा था। बाद में बलिया जिला बनने पर यह हिस्सा बलिया का अंग है।
जागरण संवाददाता, दोकटी (बलिया) : सैकड़ों वर्ष पहले मॉरीशस में जाकर बस गए मॉरीशस के उच्चायुक्त धनीलाल शिबू ने छह सदस्यीय टीम को क्षेत्र के सावन छपरा गांव भेजकर अपने पूर्वजों का पता लगाने के लिए भेजा है। उनके द्वारा बताया गया है कि उनके पूर्वज गाजीपुर जनपद अंतर्गत द्वाबा परगना के सावन छपरा गांव के रहने वाले थे। बहुत पहले रोजी-रोटी की तलाश में उनके पूर्वज अपना गांव छोड़ मॉरीशस चले गए थे। तब द्वाबा गाजीपुर का ही हिस्सा था। बाद में बलिया जिला बनने पर यह हिस्सा बलिया का अंग है।
दिल्ली से सात सदस्यीय टीम सावन छपरा में पहुंची तो गांव के लोग भी ताज्जुब में पड़ गए। इस टीम के मंजीत कुमार, नेहा प्रकाश, छपरा के जैतपुर निवासी प्रो. ओमप्रकाश सिंह, मुनील सिंह, मसरख के अरुण सिंह, पटना के केबी सिंह ने कई दिनों के सर्वे के बाद उनका गांव ढूंढ़ लिया है। टीम ने बताया कि अब गांव मिल गया है, हमारे रिपोर्ट भेजने के दो महीने के बाद मॉरीशस सरकार के उच्चायुक्त अपने गांव आएंगे।
इस टीम के सावन छपरा में पहुंचने पर लोगों ने सावन छपरा की 107 वर्षीय लक्ष्मीना देवी पत्नी स्व. नंदन राम, रामसागर मौर्य, शंभू नाथ मौर्य ने बताया कि हमारे पूर्वज गरीबी के कारण घर से कहीं बाहर कमाने गए थे, लेकिन हम लोगों को पता नहीं चला कि वे कहां चले गए। उन्होंने उक्त टीम के सामने बताया कि हमारे परिवार के ही लोग है। मॉरीशस उच्चायुक्त के खोजी टीम के दो सदस्य मंजीत और नेहा मॉरीशस आते-जाते रहते है। उन्हीं के प्रयास से उच्चायुक्त का पैतृक गांव, घर व जिला मिल पाया है। टीम के रिपोर्ट पर शीघ्र उच्चायुक्त की अपने वतन में वापसी होगी। सर्वे के दौरान शिक्षामित्र सगंठन के जिला मंत्री पंकज सिंह, मनीष सिंह, संजय मौर्या सहित दर्जनों महिला पुरुष मौजूद थे।