थोड़ी सी लापरवाही बन सकती जानलेवा, सतर्कता ही एक मात्र रास्ता
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जागरण संवाददाता, बलिया: ठंड शुरू होते ही कोहरे की मार लोगों को झेलनी पड़ती है। ऐसे में अक्सर सड़क दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं। इसमें थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा बन सकती है। हैरत की बात तो यह है सबकुछ जानने के बाद भी लोग अपनी आदतों में सुधर नहीं कर रहे हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग-31 की हालत यह है कि बेलहरी से लेकर मांझी तक 31 किमी की दूरी वाहन चालकों के लिए काफी मुश्किल भरा हो गया है। इस पर बने गड्ढे व धूल के उड़ते गुब्बार कठिनाई पैदा कर रहे हैं। इधर सड़क पर फर्राटा भरते युवा हो या फिर ओवरलोड प्राइवेट वाहन कोई भी सबक देने को तैयार नहीं है। नशे में वाहन चलाना व यातायात नियमों की अनदेखी बदस्तूर जारी है। लिहाजा परिणाम सड़क हादसों के रूप में सामने आते हैं। पिछले हफ्ते जिस रुप में कोहरे ने अपनी रंगत दिखाई उसे देखकर लोगों को अभी से मन में भय पैदा होने लगा है। करीब एक साल पूर्व की एक घटना को याद कर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है। नहीं दिखता सांकेतिक चिह्न
जिले के सड़क पर चाहे वह एनएच हो या मुख्य मार्ग यहां सांकेतिक चिह्न दिखाई नहीं देते। इससे वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सबसे अधिक गैर प्रांत से आने वालों को परेशानी होती हैं। इसे लेकर प्रशासनिक अमला तनिक भी गंभीर दिखाई नहीं देता है। निकलने से पहले वाहन की जांच लें फिटनेस
सफर करने से पहले अपने वाहन की फिटनेस अवश्य जांच लें। विशेषकर रात में। रात में सड़कें सूनी होती हैं और अक्सर लोग तेज गति से वाहन चलाते हैं। इसलिए सड़क पर उतरने से पहले वाहन का इंजन, लाइट सिस्टम, फॉग लाइट, हेड लाइट, कलर रिफलेक्टर, पार्किंग लाइट, स्टेयरिग व हार्न, ग्लास वाइपर, सेफ्टी ग्लास, साइलेंसर, ब्रेक सिस्टम व व्हील एलॉयमेंट की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए। इसका भी रखें ध्यान
-आगे जा रहे वाहन से निश्चित दूरी बनाकर चलें।
-सड़क के बाएं किनारे को देखकर चलें।
-वाहन की हेड लाइट लो-बीम पर रखें
-कोहरे में हाइबीम पर रोशनी बिखर जाती है।
-हाइवे पर बनी पीली लाइन का पालन करें।
-हेड लाइट के साथ फॉग लाइट भी जलाकर रखें।
-वाहन की गति 40 से 50 के बीच में ही रखें।
-सुरक्षित रास्ता मिलने तक ओवरटेक करने से बचें।
-वाहन के पीछे रिफलेक्टर लगा कर रखें।
-हाइवे पर किनारे कभी वाहन खड़ा न करें।
-हाइवे पर बनी पार्किंग में वाहन खड़ा करें।
मुख्य मार्गो पर ब्लैकस्पार्ट
एनएच-31: सोहांव, लक्ष्मणपुर, लखनुआ मोड, चांद नाला पुल, सहोदरा, हल्दी, देवराज ब्रह्म, योगेंद्र गिरि के मठिया, सिवनटोला।
बलिया-सिकंदरपुर मार्ग: धरहा, पचखोरा, पंदह।
बलिया-रसड़ा मार्ग:सिहांचवर, परिसया, प्रधानपुर।
बलिया-नगरा मार्ग: अगरसंडा, रामपुर, इंदरपुर, सलेमपुर।
बलिया-मनियर मार्ग: बांसडीहरोड, साहोडीह, राजपुर, घोघा।
बलिया-रेवती मार्ग: कुसौरा, सहतवार व गायघाट।
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ठंड का मौसम शुरू हो चुका है। सर्द मौसम में कोहरे की चादर बिछने से इंकार नहीं किया जा सकता। लिहाजा वाहन चलाते समय थोड़ी सावधानी रखें। जीवन अमूल्य है, इसे सुरक्षित रखने की पूरी जिम्मेदारी आप की है। अपनी जिम्मेदारी को समझें और यातायात नियमों का पालन करें ताकि आप भी सुरक्षित रहें और दूसरा भी सुरक्षित यात्रा का आनंद ले सके।
-सुरेश चंद्र द्विवेदी, यातायात निरीक्षक-