स्मार्ट बनेंगे 10 जिलों के 22548 गांव, 9642 पंचायत सहायकों ने संभाली कमान
समीर तिवारी बलिया शहरों के साथ गांवों को स्मार्ट बनाने की सरकारी मंशा पूरी करने में
समीर तिवारी, बलिया : शहरों के साथ गांवों को स्मार्ट बनाने की सरकारी मंशा पूरी करने में ग्राम पंचायत सहायक अहम भूमिका निभाएंगे। पूर्वांचल के दस जिलों में 9859 में 9642 ग्राम पंचायत सहायक कमान संभाल चुके हैं। कागजी त्रुटियों के कारण 217 स्थानों पर नियुक्ति अटकी है। इसके लिए दोबारा होगी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ग्राम पंचायत सहायक गांवों के विकास में प्रधानों का साथ देंगे। ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान में भी अहम रोल अदा करेंगे। इससे गांव में ही लोगों को कई तरह की सहूलियत मिलेगी। योजनाओं का धरातल पर लाभ दिखाई देगा। पंचायत सहायक ग्राम सचिवालयों की परिकल्पना को साकार करने में महत्वपूर्ण कड़ी साबित होंगे। 9255 पंचायत सहायकों को अनुबंध पत्र मिल चुका है। पंचायत सहायकों को सरकार ने हर माह छह हजार रुपये मानदेय देने का फैसला किया है। उनके बैंक खातों में दिसंबर माह का भुगतान भी किया जा रहा है। इनकी नियुक्ति 11 माह के लिए की गई है।
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किस जनपद में कितने गांव--
पूर्वांचल के दस जिलों कुल 22548 गांव हैं। जौनपुर में 3374, बलिया में 2361, आजमगढ़ में 4101, मीरजापुर में 1967, मऊ में 1691, गाजीपुर में 3385, चंदौली में 1651, भदोही में 1217, सोनभद्र में 1441 व वाराणसी में 1360 गांव हैं।
--------------------------------------------------------------- जनपद------ग्राम पंचायत--चयनित अभ्यर्थी--अनुबंध पत्र
जौनपुर------1740-------1740-------1724
आजमगढ़------1858-------1838-------1774
बलिया--------940--------919--------878
चंदौली--------734-------729-------637
गाजीपुर------1238-------1157-------1150
मऊ--------671--------669-------598
मीरजापुर----809--------797-------774
भदोही------546-------516-------497
सोनभद्र-----629-------593-------571
वाराणसी----694-------684-------652
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ग्राम पंचायत सहायकों के प्रमुख कार्य--
--ग्राम पंचायत के कामकाज का विवरण रखना
--ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्तावित कामों को ब्लाक तक पहुंचाना
--ग्रामसभा की बैठकों के रिकार्ड रखना
--ग्रामीणों की समस्याओं को शासन तक पहुंचाना
--मनारेगा में कार्य करने वालों का लेखा-जोखा रखना
--किसी भी योजना के पात्र व्यक्तियों का लेखा-जोखा सरकार तक भेजना
--गांव में हो रहे कार्यों को निगरानी करना और उसे सही तरीके से करवाना
--किसी ग्रामीण के साथ दुर्घटना हो जाने पर, उसे मुआवजा दिलाने में मदद करना
--पंचायत सहायक को पंचायत भवन में कंप्यूटर आपरेटर का काम भी करना है
--सरकारी योजना के लिए फार्म भरने में ग्रामीणों की मदद करना
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विकास कार्यों से लेकर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में ग्राम पंचायत सहायकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काफी मदद मिलेगी। उन्हें गांव में ही हर तरह की जानकारी मिलेगी। -- अजय कुमार श्रीवास्तव, जिला पंचायतराज अधिकारी, बलिया