पूर्वांचल के पहले हाईटेक ट्रांसमिशन से सितंबर में जुड़ेंगे तीन जिलों के 150 उपकेंद्र
जागरण संवाददाता बलिया पूर्वांचल का पहला हाईटेक ट्रांसमिशन सितंबर माह में चालू हो जायेग
जागरण संवाददाता, बलिया : पूर्वांचल का पहला हाईटेक ट्रांसमिशन सितंबर माह में चालू हो जायेगा। इससे बलिया के साथ ही मऊ व गाजीपुर जिले के 150 बिजली उपकेंद्रों को जोड़ा जाएगा। रसड़ा में 220 केवी व 132 केवी पर काम तेजी से चल रहा है। इनके बनने के बाद पहले से तैयार 400 केवी यूनिट से सप्लाई चालू हो जाएगी। यह ऊर्जीकृत हो चुका है। इसके चालू हो जाने से तीन जिलों की विद्युत सप्लाई दुरूस्त हो जायेगी।रसड़ा तहसील के नागपुर गांव (कताई मिल की भूमि पर) 475 करोड़ की लागत से 10 हेक्टेयर में अत्याधुनिक 400 केवी ट्रांसमिशन उपकेंद्र ऊर्जाकृत हो चुका है। बरसात के मौसम के कारण रसड़ा 220 केवी व बलिया में 132 केवी ट्रांसिमिशन का कार्य अधूरा होने के कारण एक माह बिलंब से शुरू होगा। इन दोनों पर तेजी से कार्य चल रहा है, जो अंतिम दौर में है। इन बिजली घरों को जोड़ने के लिए लाइन तैयार हो गई है। आधुनिक ट्रांसमिशन के शुरू होने के बाद पूर्वांचल के 10 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। वहीं रेलवे व कृषि वाले उपकेंद्र भी जुड़ जायेंगे।
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हाई तकनीक से लैस है ट्रांसमिशन
कार्यदायी एजेंसी बीएचएल की मानें तो यह ट्रांसमिशन सिस्टम पूरी तरह आटोमेटिक है। गैस इंसुलेटेड सिस्टम के जरिये लोड को नियंत्रित किया जा सकेगा। इस तकनीक पर बनने वाली यह हाईटेक ट्रांसमिशन यूनिट पूर्वांचल में पहली हैं। प्रोजेक्ट से जुड़े सिविल इंजीनियर पुनीत कुमार, सहायक अभियंता शशि गौरव व जेई नवीन कुमार कार्य को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।
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लाइन तैयार, 24 घंटे मिलेगी सप्लाई
रसड़ा 400 केवी ट्रांसमिशन से बलिया व चितबड़ागांव को जोड़ने वाली लाइन तैयार हो गई है। इससे जुड़ने के बाद जिले को 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलने लगेगी। पहले लोड बढ़ने के कारण मऊ के कसारा से बिना किसी सूचना के बलिया की सप्लाई आए दिन काट दी जाती थी।
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कोट
अगले महीने कई बड़े बिजली घरों को निर्माणाधीन ट्रांसमिशन यूनिट से जोड़ने जा रहे हैं। अब बलिया ही नहीं, गाजीपुर व मऊ के कई उपकेंद्रों को फाल्ट मुक्त बिजली आपूर्ति हो सकेगी।
-- खालिद फजल, अधिशासी अभियंता, उत्तर प्रदेश ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड