कारतूसों की हेराफेरी, संगे भाई गिरफ्तार
सदर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार की शाम को सीआरपीएफ के लाइसेंस प
जागरण संवाददाता, बलिया : सदर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार की शाम को सीआरपीएफ के लाइसेंस पर गलत तरीके से कारतूस बेचने वाले शहर के गुदरी बाजार निवासी शस्त्र विक्रेता मेराज आलम व उसके भाई सेराज आलम को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि शस्त्र विक्रेता ने सीआरपीएफ के रिटायर्ड कर्मी को दस कारतूस दिए। वहीं गोलमाल कर इनके लाइसेंस पर 140 कारतूस बेच दिए। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
दुबहर थाना क्षेत्र के डुमरी निवासी केंद्रीय रिजर्व बल के अवकाश प्राप्त कर्मी मैनेजर सिंह पास 315 बोर रायफल का लाइसेंस है। विक्रेता ने 27, 28 व एक सितंबर 2021 को प्रतिदिन पचास-पचास कारतूस देने की जानकारी इन्हें दी थी। इधर बीच पुलिस 100 से अधिक कारतूस उठाने वाले शस्त्र लाइसेंस धारकों की जांच करने लगी। ऐसे में इस दुकान से भी सौ से अधिक कारतूस उठाने का मामला सामने आ गया। इस पर ओक्डेनगंज चौकी इंचार्ज सुनील लांबा मामले की जांच में लग गए। जांच में यह तथ्य सामने आया कि विक्रेता ने लाइसेंस धारक को केवल दस कारतूस ही दिए। उनका लाइसेंस लेकर अवैध तरीके से डेढ़ सौ कारतूस देने की जानकारी प्रविष्ट कर दी। पुलिस की जांच के दौरान अवकाश प्राप्त जवान ने दसे कारतूस मिलने की बात स्वीकार की। पुलिस ने इस आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की इस कार्रवाई से शस्त्र विक्रेताओं में खलबली मच गई।