गला दबाकर युवक की हत्या परिवारजन ने लगाया जाम
बहराइच-गोंडा हाईवे पर तीन घंटे लगा जाम अधिकारियों के समझाने पर खत्म हुआ आंदोलन
बहराइच: युवक की गला दबाकर हत्या कर दी गई। शुक्रवार सुबह शव मिला तो आक्रोशित परिवारजन बड़ी तादात में ग्रामीणों से साथ पयागपुर थाने पहुंच गए। चुनाव रंजिश हत्या किए जाने का आरोप लगाकर डेढ़ बजे रास्ता जाम कर दिया। गोंडा-बहराइच मार्ग तकरीबन तीन घंटे जाम रहा। पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने लोगों को कड़ी कार्रवाई का भरोसा देकर जाम हटवाया।
थाना पयागपुर के ग्राम सभा अकरौरा की निवर्तमान प्रधान नीलम चौधरी के पुत्र व संभावित प्रत्याशी सुमन चौधरी के पति 36 वर्षीय धर्मेंद्र चौधरी की बीती रात गला दबाकर हत्या कर दी गई। वह गुरुवार को सुबह नौ बजे किसी काम से बहराइच मोटरसाइकिल से अकेले गए थे। देर शाम तक घर न पहुंचने पर लोगों ने फोन पर संपर्क करना चाहा तो मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा। इस पर घर वालों ने किसी अनहोनी की आशंका के आधार पर पुलिस को रात्रि में दस बजे सूचना दी।
थानाध्यक्ष मुकेश सिंह ने बताया कि गुमशुदगी दर्ज कर तलाश की जा रही थी। शुक्रवार को सुबह देहात कोतवाली क्षेत्र के रसूलपुर गांव के पास नहर के किनारे झाड़ी में लावारिस शव की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर गई। मृतक की पहचान गायब धर्मेंद्र के रूप में की गई। सूचना पर पहुंचे तहसीलदार मुकेश शर्मा ने लोगों को कार्रवाई का भरोसा देकर समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने। इसी बीच पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह, उप जिलाधिकारी कीर्तिप्रकाश भारती भी पहुंच गए। अधिकारियों के समझाने पर लोगों ने जाम खत्म कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने थाने की ओर फेंके पत्थर
इसकी सूचना मिलने पर ग्रामीण आक्रोशित होकर अंकित चौधरी, मृतक के छोटे भाई अनिल चौधरी की अगुआई में थाने पहुंचे और हाईवे जाम कर दिया। इसी बीच भीम आर्मी के सुरेश पासवान एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामजी यादव भी मौके पर पहुंच गए। घटना के खुलासे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने थाने की ओर पत्थर फेंके, हालांकि पुलिस संयम बनाए रही।
आठ नामजद, गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित
इस घटना में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। नामजद अभियुक्तों में राकेश, मंगल, सहजराम, नन्हकऊ, उमाशंकर, राहुल, विमलेश, दद्दू शामिल हैं। एसपी ने बताया कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गई हैं।