बाघ के हमले में तीन घायल
बहराइच खैरीघाट थाना क्षेत्र के बेलामकन के चोरही में बाघ के हमले में तीन ग्रामीण घायल हो गए।
बहराइच: खैरीघाट थाना क्षेत्र के बेलामकन के चोरही में बाघ के हमले में तीन ग्रामीण घायल हो गए। सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
गांव निवासी संजय सिंह, लायकराम व संतोष यादव खेत में लाही काट रहे थे। पास के गन्ने के खेत में अचानक सरसराहट होने पर सभी वहां पहुंचे। एकाएक खेत से निकले बाघ ने हमला बोल दिया। जान बचाने के लिए वे बाघ से संघर्ष करते हुए शोर मचाने लगे। चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे और हांका लगाया। इसके बाद बाघ मौके से भाग गया। घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि सूचना मिली है। मौके पर वनकर्मियों की टीम को भेजा गया है। मैं भी वहां के लिए निकल रहा हूं। -----इनसेट----- चार बाघों की चहलकदमी देख ग्रामीण दहशतदा नवाबगंज : अबदुल्लागंज वन क्षेत्र के आसपास चार बाघों को देखे जाने के बाद ग्रामीणों में दहशत है। वनाधिकारी सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं। ग्रामीणों को अकेले खेतों की ओर न जाने की सलाह देने के साथ बच्चों को अकेले घरों के बाहर न भेजने की बात कही है।
फारेस्ट गार्ड सुरेश वर्मा ने बताया अब्दुल्लागंज गेस्ट हाउस के पास चार बाघों को देखा गया है। बाघों के पद चिन्ह अब्दुल्लाहगंज गेस्ट हाउस के आसपास पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक कई ग्रामीणों ने बाघों को देखा है, लेकिन अब तक किसी ग्रामीण पर हमला करने की जानकारी नहीं मिली है। जंगल के मुतनवा नाले के पास इन बाघों का बसेरा है।
हाथियों ने रौंदी पांच बीघे फसल, किसान को दौड़ाया - खेत की रखवाली कर रहा था किसान, ट्रैक्टर के साइलेंसर से हाथियों को भगाने का किया प्रयास चित्र - 29 संसू, बिछिया(बहराइच) : कतर्नियाघाट रेंज के भवानीपुर गांव में हाथियों का कहर थम नहीं रहा है। रविवार रात जंगल से निकलकर आए हाथियों के झुंड ने वन विभाग की लगाई बैरिकेडिग तोड़कर खेत में घुस गए। किसान की पांच बीघे फसल रौंद डाली। खेत की रखवाली कर रहे किसान को दौड़ा दिया।
हाथियों का झुंड बालकराम के खेत में घुस आया। उनकी पांच बीघा हरी-भरी गेहूं की फसल को तहस-नहस कर दिया। फसल की रखवाली के लिए खेत में सो रहे किसान गोपाल व गोपी के पास हाथी पहुंच गया। अपनी सूंड़ से खेत की मिट्टी निकालकर उनके ऊपर फेंकने लगा। मिट्टी ऊपर पड़ता देख किसानों की नींद खुल गई। दोनों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। हाथी ने किसानों को दौड़ाने का भी प्रयास किया। जंगल से और हाथियों का झुंड आ गया और चिघाड़ मारने लगा। हाथियों की चिघाड़ सुनकर भवानीपुर के लोग जाग गए। लोगों ने ट्रैक्टर का साइलेंसर निकालकर हाथियों का भगाने का प्रयास किया। इसके बाद हाथियों का झुंड जंगल में चला गया।