बचाओ-बचाओ की आवाज से गूंज उठा घाघरा का तट!
बाढ़ से निपटने के लिए एसएसबी व पीएसी की टीम ने किया पूर्वाभ्यास ग्रामीणों से साझा की बाढ़ से बचाव की जानकारी
बहराइच : गुरुवार को सुबह के 10 बज रहे थे। अचानक बचाओ-बचाओ की आवाज से सिलौटा स्थित घाघरा का तट गूंज उठा। देवदूत के मानिद नाव पर सवार पीले परिधान में लहरों के बीच पहुंचे जवानों ने डूब रहे व्यक्ति को बाहर निकाला। स्ट्रेचर पर लादकर एंबुलेंस और फिर अस्पताल भेजा। यह हकीकत नहीं, बल्कि बाढ़ से बचाव के लिए प्रशासन का पूर्वाभ्यास था।
सिलौटाघाट पर अधिकारियों का हुजूम सुबह से लग गया। इसे देखकर आसपास के लोग घाट पहुंचने लगे। पूर्वाभ्यास के दौरान घाघरा की धारा में डूब रहे लोगों को 42वीं वाहिनी एसएसबी व द्वितीय वाहिनी पीएसी सीतापुर की फ्लड यूनिट के सदस्यों ने मोटरबोट के सहारे बचाव कार्य शुरू किया। सुरक्षा रिग से उन्हें पानी से बाहर निकाला।
अचेतावस्था में चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार किया और एंबुलेंस से चिकित्सालय भेजा। आपदा मित्रों ने बोतल से बनी लाइफ जैकेट का प्रदर्शन किया। पशु टीकाकरण, देखभाल, चारे का प्रबंधन, जच्चा-बच्चा टीकाकरण, सर्पदंश का उपचार, बाढ़ व आग से बचाव की जानकारी दी गई।
अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार ने लोगों से बाढ़ से बचाव में सहयोग की अपील की। एएसपी ग्रामीण अशोक कुमार ने सुरक्षा कर्मियों को बाढ़ के दौरान सजग रहने के निर्देश दिए। संचालन एसएसबी के असिस्टेंट कमांडर सौरभ रंजन व बचाव दल के कमांडर लखपत सिंह ने किया।
इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसके सिंह, पीडी पीएन यादव, डीपीआरओ उमाकांत पांडेय, डीएसओ एपी सिंह, एसडीएम रामदास, तहसीलदार विपुल सिंह, सीओ जेपी त्रिपाठी, नायब तहसीलदार सौरभ सिंह, बीडीओ एके सिंह, हेमंत यादव, बीबी पाल, रमाकांत, आपदा विशेषज्ञ सुनील कुमार कनौजिया, बलेन कलिता, सागर डी. पाटिल, रत्नेश कुमार, जे. डाट सुरेश, रजनीश दुबे, पंकज दुबे, जोसेफ मौजूद रहे।