थारू बालिकाओं ने बिखेरी पारंपरिक नृत्य की छटा
आदिवासी समाज की बालिकाओं ने दिखाया पारंपरिक नृत्य
संसू, मिहींपुरवा (बहराइच): नेपाल सीमा से लगे सोहनीबलई गांव में एक दिवसीय थारू जनजागरूकता एवं संस्कृति संरक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में आदिवासी समाज की बालिकाओं ने पारंपरिक नृत्य की छटा बिखेरी। कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए सभी लोग नियमानुसार उचित दूरी पर बैठे।
मुख्य अतिथि मूल आदिवासी जनजाति कल्याण संस्थान भारत के अध्यक्ष विजय बहादुर चौधरी रहे। उन्होंने कहा कि समाज को आधुनिक दुनिया से कदमताल करने के लिए जागरूक होने की जरूरत है। इसके लिए शिक्षित होना आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि जन जागृति सेवा संस्थान महाराजगंज के अध्यक्ष राकेश चौधरी, महामंत्री रामभरत चौधरी विनोद चौधरी, थारू कल्चर श्रावास्ती के महामंत्री कर्मवीर उपस्थिति रहे। प्रदेश के पांच जिलों लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर एवं महाराजगंज के लोगों ने शिरकत की।
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थारू जनजागरूकता समुदाय का गठन
-इस मौके पर थारू जनजागरूकता समुदाय बहराइच का गठन किया गया। रमपुरवा के बेचन चौधरी को अध्यक्ष बनाया गया। फकीरपुरी के राजेश कुमार महामंत्री, श्यामप्यारे कोषाध्यक्ष, बिशुनापुर के कर्म सिंह प्रवक्ता, रमपुरवा के विजयपाल, फकीरपुरी के राजकुमार, धर्मांपुर के सीताराम एवं फकीरपुरी के कीर्तन कुमार आडिटर बनाए गए। बलाईगांव के दिनेश कुमार, फकीरपुरी के मनोज कुमार कल्लूराम गुरुजी मीडिया प्रभारी, श्यामपाल खेल मंत्री, विजय कुमार, पंकज कुमार सांस्कृतिक मंत्री,राममिलन, राजेश कुमार, श्याम लाल, ज्वाला प्रसाद, रामफेरन, जितेंद्र कुमार संगठन महामंत्री, दिनेश कुमार, बसंतलाल, प्रदीप कुमार, रामकिशुन, रामू, राजेंद्र कुमार का सलाहकार की जिम्मेदारी दी गई।
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सूत्रपाठ कर बोद्ध भिक्षुओं ने की विश्व शांति की कामना
संसू, इकौना(श्रावस्ती) : जेतवन इंटर कॉलेज श्रावस्ती में बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद की तीसरी पुण्य तिथि मनाई गई। शिक्षकों व छात्रों ने भदंत प्रज्ञानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। भिक्षु संघ ने सूत्रपाठ करके विश्व शांति की कामना की।
प्रधानाचार्य पवन कुमार सिंह बौद्ध ने भिक्षु के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि भंते जी कहते थे कि समाज की उन्नति उसकी संस्कृति पर आधारित होती है और संस्कृति ज्ञान की उपज है। ज्ञान प्राप्ति के लिए शिक्षित होना परम आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह संस्था केवल सांस्कृतिक क्षेत्र में ज्ञान प्रदान करने के अलावा युवा छात्र-छात्राओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण भी प्रदान करेगी। अवधेश कुमार त्रिपाठी, अशोक शाक्य, दुष्यंत कुमार, प्रशांत तिवारी, काशीराम पासवान लोग मौजूद रहे।