जलस्तर घटा तो बढ़ा कटान का खतरा
बहराइच : घाघरा नदी का जलस्तर कम हो रहा है। इससे बाढ़ का खतरा कम हुआ है, लेकिन कटान की आशंका बढ़ गई है। इससे ग्रामीणों में दहशत है। नदी का जलस्तर कम होने से खेतों में पानी कुछ कम हुआ है। यह बात राहत पहुंचाने वाली है।
जलस्तर बढ़ने के बाद तटवर्ती गांवों में बाढ़ की आशंका उत्पन्न हो गई थी। मंगलवार से नदी का जलस्तर कम होने लगा। गांवों के खेतों में भरा बाढ़ का पानी फिर से नदी में लौटने लगा है। बाढ़ की आशंका कम होने के साथ तटवर्ती ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
पसियनपुरवा में नदी आबादी के बाद खेतों को खंगाल रही है। गांव निवासी बिहारी, दुंदी का तीन बीघा खेत नदी में समा गया। जवाहिर, बेफई, फेरन, होली, मोती के आशियानें कटान के मुहाने पर आ गए हैं। कटान प्रभावित परिवार अपनी गृहस्थी समेट कर सुरक्षित ठिकाना तलाश रहे हैं।
बुधवार को एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 106.07 मीटर के सापेक्ष 105.916 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां घाघरा लाल निशान से 16 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के सहायक अभियंता बीबी पाल ने बताया कि शारदा बैराज से 135054, गिरिजापुरी बैराज से 128600 व सरयू बैराज से 812 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। एसडीएम रामदास ने बताया कि जलस्तर घटने से बाढ़ की समस्या से राहत मिली है। राजस्वकर्मियों को कटान की स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। पीड़ित परिवारों को सहायता दी जाएगी।
जिले की नदियों का जलस्तर
नदी बैराज लाल निशान जलस्तर
घाघरा-गिरजापुरी 136.80 135.25
घाघरा- एल्गिन ब्रिज 106.07 105.916
सरयू-गोपिया 133.50 129.55
शारदा-शारदा 135.49 134.95
(जलस्तर मीटर में है)