शिकारियों व अपराधियों पर शिकंजा कसने को लेकर रेड अलर्ट
भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ी सतर्कता गश्त हुई तेज चित्र परिचय - 01 बीआरएच 19 में फोटो है। संसू बिछिया(बहराइच) कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में शिकारियों व वन अपराधियों पर शिकंजा कसने को लेकर विभाग गंभीर हो गया है। नेपाली शिकारियों व वन माफियाओं की दखलंदाजी को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर रेड अलर्ट कर दिया गया है।
संसू, बिछिया(बहराइच) : कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में शिकारियों व वन अपराधियों पर शिकंजा कसने को लेकर विभाग गंभीर हो गया है। नेपाली शिकारियों व वन माफियाओं की दखलंदाजी को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर रेड अलर्ट कर दिया गया है।
वन संरक्षक व प्रभागीय वनाधिकारी के निर्देश पर नववर्ष के मद्देनजर 30 दिसंबर से ही अग्रिम आदेश तक रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया। वन्यजीव प्रभाग का लगभग 55 किमी की वन सीमा नेपाल से जुड़ी है। नेपाली वन माफियाओं की दखलंदाजी को देखते हुए वन विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है, ताकि नेपाली शिकारियों व वन अपराधियों से वना एवं वन्यजीवों को हानि से बचाया जा सके। प्रभागीय वनाधिकारी जीपी सिंह व उप प्रभागीय वनाधिकारी यशवंत ने बताया कि नववर्ष पर संवेदनशीलता बढ़ जाती है। इसको देखते हुए वन संरक्षक संजय पाठक के निर्देश पर कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में हाई रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी रेंजों के वनाधिकारियों व वन कर्मियों को वन्यजीव क्षेत्रों से गुजरने वाले वाहनों की सघन तलाशी, रेलवे स्टेशन व बस स्टेशनों के अलावा हॉट बाजार में सघन तलाशी व सीमा क्षेत्रों के अलावा जंगल के अन्य रास्तों पर नियमित गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएफओ ने बताया कि सतर्कता बरतने में रेंजों में उपलब्ध संसाधनों जैसे मेटल डिटेक्टर, डॉग स्क्वायड, ई-सर्विलांस आदि का प्रयोग करने को कहा गया है। हरहाल में वन अपराधों पर नियंत्रण रखने के लिए वन महकमा पूरी तरह से सतर्क है।