रथ पर सवार हो रावण के पुतले का दहन करेंगे राम
400 वर्ष पुरानी रामलीला मंचन व रावन दहन की परंपराख् 45 फीट के रावण के पुतला का होगा दहन 11 तोपों की सलामी अतीत में देता था बौंडी राजघराना सात तल वाले ऐतिहासिक रामरथ पर सवार होंगे राम
बहराइच : दशहरा के मौके पर रावण का पुतला दहन को लेकर बौंडी कस्बे की रामलीला कमेटी ने तैयारियां तेज कर दी है। कारीगर रावण के पुतले को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। रामलीला कमेटी के प्रबंधक साकेत भूषण तिवारी ने बताया कि रामरथ की मरम्मत कराई गई है।
कस्बे में रामलीला मंचन व रावन दहन की परंपरा 400 वर्ष पुरानी है। यह परंपरा बौंडी रियासत के राजा हरदत्त सिंह सवाई के पूर्वजों ने चलाई थी। बुजुर्गों के अनुसार रियासत काल में 25 एकड़ में फैले दशहरा मैदान में सात तल वाले काठ के ऐतिहासिक रामरथ पर सवार होकर भगवान राम 90 फुट के रावण के पुतले का दहन करते थे। इस दिन राजघराना भगवान राम को 11 तोपों की सलामी देता था। रामरथ को सात घोड़े खींचते थे। यह परंपरा अब भी जीवंत है। हालांकि समय के साथ बदलाव हुआ है। 20 वर्ष पहले दशहरा मैदान घाघरा में समाहित हो गया। तबसे दशहरे का आयोजन कस्बे के रामलीला मैदान में होता है। घोड़ों की कमी के चलते रामरथ को ग्रामीण खींचते हैं। रावण का 45 फुट का पुतला बनता है। तोपों की सलामी के स्थान पर आतिशबाजी की जाती है। यहां का दशहरा मेला देखने के लिए दूर-दराज से सैकड़ों लोग आते हैं।
पूर्व विधायक ने की रामलीला की शुरुआत : मंगल मेला गांव में आयोजित रामलीला महोत्सव की शुरुआत पूर्व विधायक रामतेज यादव ने भगवान श्रीराम की आरती उतार कर की। उन्होंने कलाकारों की हौंसला अफजाई करते हुए पुरस्कृत भी किया।
इस मौके पर कुलदीप यादव, अनिल अवस्थी, मनीष यादव, प्रतीक, शिवपलटन यादव, बलराम यादव, सदानंद लोधी, सुखदेव यादव, राजू अहमद, पवन यादव, राजाराम यादव, शिवम सिंह, सत्यम गौड़, राजन वाजपेयी, लाल विक्रम आदि मौजूद रहे।