सत्तारूढ़ दल को इशारे पर काम कर रही पुलिस
पूर्व मंत्री की अगुआई में नानपारा के गनेशपुर पहुंचा सपा का प्रतिनिधि मंडल मृतक विशाल विश्वकर्मा के स्वजन से की मुलाकात दिलाया न्याय का भरोसा
बहराइच : पूर्व मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा की अगुआई में सपा का प्रतिनिधि मंडल शनिवार को रुपईडीहा थाना के गनेशपुर पहुंचा। उन्होंने विशाल विश्वकर्मा हत्याकांड के राजफाश की मांग की। पुलिस पर सत्तारूढ़ दल के नेताओं के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
पूर्व मंत्री ने बताया कि गनेशपुर गांव निवासी विशाल विश्वकर्मा पिछले 19 मई को घर से सुबह रुपईडीहा कस्बे में गिट्टी मौरंग का पैसा जमा करने के लिए जाने वाला था। इसी दौरान किसी का फोन आया और वह घर से चला गया। रात में वाट्सएप पर विशाल के मौत की खबर मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने परिवार के लोगों को बिना सूचना दिए शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। 30 मई को एसपी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज किया गया।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि पुलिस न तो हत्यारोपितों की गिरफ्तारी कर सकी है और न ही मृतक की मोटरसाइकिल व मोबाइल बरामद कर सकी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हत्यारोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने मृतक की पत्नी व भाई चंद्रप्रकाश विश्वकर्मा से मुलाकात कर मदद का भरोसा दिलाया।
उनके साथ सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव, पूर्व विधायक दिलीप वर्मा, केके ओझा, जिला उपाध्यक्ष जफरुल्ला खान बंटी, हरीश वर्मा, आनंद पाठक, मुहम्मद रफी, पप्पू यादव, दिवाकर प्रताप विश्वकर्मा, डा. त्रिलोकी विश्वकर्मा, नंदकिशोर विश्वकर्मा, अर्जुन गुप्त आदि थे। दामाद व भाई के साथ मिलकर कराई बेटी की हत्या
बेटी के आचरण से परेशान मां ने ऐसा कदम उठाया कि सुनकर आपकी रूह कांप उठेगी। मां ने अपने भाई और दामाद के साथ मिलकर बेटी की हत्या कर दी। साक्ष्य मिटाने के लिए शव को घाघरा नदी में फेंक दिया था।
पुलिस के मुताबिक तबस्सुम की मां शहरुननिशा निवासी बैजाफ्त आगापुर थाना जरवलरोड ने सुनियोजित ढंग से अपने दामाद कदीर अहमद जो मुंबई में रहकर मजदूरी करता था को बीते सात मार्च को बुलाया। उसे अपने भाई टाडे चतुर सरैया टड़वासराय कनहर थाना कैसरगंज निवासी मोहम्मद रईश अहमद के माध्यम से अपनी लड़की तबस्सुम को गांव के बाहर भेजा, जहां उसका पति कदीर अहमद पहले से मौजूद था। तबस्सुम को मामा तथा पति घाघराघाट नदी रेलवे पुल के उत्तर दिशा में सुनसान स्थान पर ले गए और पत्थर मारकर हत्या कर दी।
बीते 19 मई को पंजीकृत अभियोग के राजफाश के लिए पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने स्थानीय पुलिस को निर्देश दिए थे। अपर पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह व क्षेत्राधिकारी कैसरगंज कमलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने 14 जुलाई को नामित अभियुक्त कदीर अहमद को पूछताछ के बाद हिरासत में लिया गया। उसने पूरा घटनाक्रम कबूल दिया।
पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट के माध्यम से जेल भेज दिया। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह, उपनिरीक्षक अनिल कुमार, त्रिलोकीनाथ मौर्य, सिपाही उमाशंकर, रत्नेश यादव, गोपाल, धर्मेंद्र प्रजापति, दिग्विजय यादव, शिवम मिश्र, महिला आरक्षी पायल पांडेय, आरक्षी चंद्रकेश के अलावा सर्विलांस टीम, मोबाइल फारेंसिक टीम शामिल रही।