भारत से नेपाल बुलाकर छह लोगों का कराया धर्म परिवर्तन, पादरी गिरफ्तार
हिंदू संगठनों की सूचना पर धर्मांतरण कराने वाले पादरी के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बहराइच, जेएनएन। भारत-नेपाल सीमा पर रुपईडीहा थाना क्षेत्र के रानीपुरवा केवलपुर में बहला-फुसलाकर एक ही परिवार के छह लोगों का धर्मांतरण कराया गया। गरीबी व बीमारी दूर करने का झांसा देकर परिवार को नेपाल के जैसपुर में बुलाया गया और वहां धर्म परिवर्तन करा दिया। जानकारी मिलने पर हिंदू संगठनों से जुड़े लोग जब गांव पहुंचे तो मामले का राजफाश हुआ। सूचना पुलिस अधिकारियों को दी गई। इस पर धर्मांतरण कराने वाले पादरी के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
रुपईडीहा थाना क्षेत्र के रानीपुरवा केवलपुर की आरती पत्नी रमेश कई दिनों से बीमार चल रही थी। दो माह पूर्व रमेश पत्नी का इलाज कराने के लिए सीमा पर संचालित प्रेम सेवा क्लीनिक पर गया था। आरोप है कि क्लीनिक पर केरल निवासी धर्मेंद्र सिंह नामक पादरी से उसकी मुलाकात हुई। पादरी ने आरती पर भूत का साया होने की बात कहकर उसे नेपाल के बांके जिला के जैसपुर स्थित अपने आवास पर बुलाया। पादरी के कहने पर रमेश अपनी पत्नी आरती, पिता लक्ष्मन, मां अनीता, बेटा शुभम व बेटी लक्ष्मी के साथ जैसपुर पहुंचा। वहां पर पूरे परिवार का धर्म परिवर्तन कराया गया। प्रत्येक शनिवार को रमेश पादरी के कहने के अनुसार चर्च भी जाने लगा।
घटना की जानकारी होने पर हिंदू युवा वाहिनी के विजय गुप्ता, भाजपा नेता रमेश अमलानी व रतन अग्रवाल समेत अन्य हिंदू संगठनों के लोग गांव पहुंचे और मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी। मौके पर एसओ मधुपनाथ मिश्रा पहुंचे। आरोपित पादरी धर्मेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एएसपी ग्रामीण रवींद्र सिंह ने बताया कि रमेश की तहरीर पर आरोपित पादरी के खिलाफ धर्म परिवर्तन के लिए बहलाने-फुसलाने का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल रवाना कर दिया गया।