बैराजों से छोड़ा गया एक लाख 93 हजार क्यूसेक पानी, कटान जारी
एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा नदी का जलस्तर उफनाई घाघरा से बाढ़ की आशंका बढ़ी
बहराइच : पहाड़ों पर हो रही झमाझम बारिश के कारण नेपाली नदियां उफना चुकी है, नतीजतन बैराजों से पानी छोड़े जाने का सिलसिला तेज हो गया है। शनिवार की सुबह तीनों बैराजों से एक लाख 93 हजार 862 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे घाघरा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। जलस्तर बढ़ने से घाघरा के तटवर्ती गांवों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। कुछ गांवों में कटान जारी है। जलस्तर बढ़ने के बाद से जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की तैयारियां तेज कर दी हैं।
शनिवार की सुबह 11 बजे एल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरे के निशान 106.07 मीटर से 43 सेंटीमीटर नीचे 105.636 मीटर पर बह रही है, जबकि घूरदेवी स्पर पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 112.135 मीटर के सापेक्ष 110.780 मीटर रिकार्ड किया गया। सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि शारदा बैराज से 39 हजार 395, गिरिजापुरी बैराज से एक लाख 46 हजार 169 व सरयू बैराज से आठ हजार 298 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
दो मकान और 18 बीघे भूमि धारा में समाहित
गजाधरपुर/बौंडी: कैसरगंज तहसील के मंझारा तौंकली ग्राम पंचायत के ग्यारहसौरेती, भिरगूपुरवा व हरिजनबस्ती गांव में घाघरा ने कटान शुरू कर दिया है। गांव निवासी सोहन व मोहन के मकान धारा में समाहित हो गया, जबकि तटवर्ती किसानों की 15 बीघा कृषि योग्य भूमि धारा में समाहित हो गई। बौंडी थाना क्षेत्र के तिकुरी व भौंरी ग्राम पंचायत के नगेशरपुरवा गांव में घाघरा ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। तिकुरी में खादिम रसूल, अयूब, नईम, मोती व ननकऊ समेत अन्य किसानों की तीन बीघे कृषि योग्य धारा में समहित हो गई, जबकि नईम की झोपड़ी कटान की जद में है।
बाढ़ पीड़ितों के मदद को आज आएगी एनडीआरएफ
बौंडी: जिला प्रशासन के बाढ़ बचाव तैयारी के क्रम में रविवार को लखनऊ से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ)की 11वीं वाहिनी के कमांडेंट मनोज कुमार के निर्देशन में टीम कमांडर इंस्पेक्टर सुरेश कुमार की अगुवाई में 40 सदस्यीय टीम महसी तहसील के राजकीय इंटर कॉलेज रमपुरवा पहुंचेगी। टीम कमांडर ने बताया कि टीम प्रशिक्षित गोताखोरों, बोट चालकों, नर्सिंग सहायकों व तैराकों से सुसज्जित है। टीम के पास दिन व रात में बाढ़ राहत व बचाव कार्य करने के समस्त उपकरण मौजूद हैं। इससे पहले वर्ष 2017, 2018 व 2020 में महसी तहसील के तकरीबन 65 गांव के बाढ़ पीड़ितों के लिए एनडीआरएफ टीम देवदूत बनकर उभरी थी।
जिले की नदियों का जलस्तर नदी बैराज लाल निशान जलस्तर
घाघरा-गिरजापुरी-136.80-135.50
घाघरा- एल्गिन ब्रिज-106.07-105.636
घाघरा-घूरदेवी-112.135-110.780
सरयू-गोपिया-133.55-131.30
शारदा-शारदा-135.49-134.65
(जलस्तर मीटर में है)