अब हर सर्जरी के लिए अलग होगा ऑपरेशन थियेटर
आधुनिक उपकरणों से होगा लैस, रोगियों की त्वरित होगी सर्जरी एमसीआइ की रिपोर्ट पर दस अ
बहराइच : अब चिकित्सकों को ओटी खाली होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उपकरणों की कमी रोगियों की सर्जरी करने में हाथ नहीं रोकेगी। रोगियों के संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा, बल्कि जिला अस्पताल में हर रोग की सर्जरी के लिए अलग-अलग ऑपरेशन थियेटर होंगे। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के रिपोर्ट पर 10 नए ओटी का निर्माण कराया जाएगा। स्वास्थ्य महकमे की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर शासन ने मुहर लगा दी है। जल्द ही ओटी का निर्माण शुरू कराया जाएगा।
जिला अस्पताल को उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज का दर्जा दिया गया है। मेडिकल कॉलेज के मानकों को पूरा करने के लिए भवन निर्माण के साथ ही नए सिरे से ऑपरेशन थियेटर भी बनाए जाएंगे, क्योंकि कॉलेज संचालन के साथ ही गंभीर रोगियों की संख्या बढ़ेगी। ऐसी स्थिति में ओटी का संकट व सर्जरी न टालनी पड़े, इसके लिए पहले से ही पर्याप्त ओटी तैयार होनी चाहिए। एमसीआई के मानक के मुताबिक कॉलेज में हर रोग के लिए अलग-अलग ओटी होने चाहिए। इसको देखते हुए नेत्र शल्य, दंत, आर्थोपैडिक सर्जरी, नाक-कान व गला रोग, जनरल सर्जरी के लिए कुल 10 ऑपरेशन थियेटर का निर्माण कराया जाएगा। ओटी अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित होंगे। सीएमएस डॉ.ओपी पांडेय ने बताया कि नए ओटी निर्माण की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कराया जाएगा।
मानकों पर खरी नहीं उतरी अस्पताल की ओटी
बहराइच : जिला अस्पताल में वर्तमान पांच ओटी संचालित हैं, जबकि दो ओटी लैकफेड घोटाले में अरसे से अधूरे पड़े हैं। जो संचालित हो रहे हैं वे एमसीआई के मानकों पर खरा नहीं उतर रहे हैं। इसको देखते हुए 10 नए ओटी निर्माण कराने का फैसला किया गया है।
ढहाए जाएंगे पुराने भवन
बहराइच : जिला अस्पताल परिसर में ही ओटी का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए नर्सेस हॉस्टल के बगल की जमीन को चिह्नित किया गया है। इस भूमि पर दशकों पूर्व बने जर्जर सभी भवनों को ढहाया जाएगा। जिसको लेकर शासन की ओर से मंजूरी दी जा चुकी है।