बहराइच पहुंची गुरुनानक संदेश यात्रा
यात्रा का जगह-जगह हुआ स्वागत चला अटूट लंगर चित्र परिचय - 01 बीआरएच 33 में फोटो है। संसू बहराइच सिक्खों के प्रथम गुरू व सिक्ख धर्म के संस्थापक श्री गुरुनानक देव की 550वीं जयंती पर श्री गुरुनानक संदेश यात्रा निकाली गई है। यह यात्रा शुक्रवार को गोंडा के कर्नलगंज स्थित गुरुद्वारे से बहराइच पहुंची। या
संसू, बहराइच : सिक्खों के प्रथम गुरू व सिक्ख धर्म के संस्थापक श्री गुरुनानक देव की 550वीं जयंती पर श्री गुरुनानक संदेश यात्रा निकाली गई है। यह यात्रा शुक्रवार को गोंडा के कर्नलगंज स्थित गुरुद्वारे से बहराइच पहुंची। यात्रा का जरवलरोड पहुंचने पर जयकारों के साथ स्वागत किया गया। प्रतिभा संरक्षण इकाई के सदस्यों ने लिया संकल्प
यात्रा में छोटी गुरुग्रंथ साहिब, गुरु के शस्त्र आकर्षण का केंद्र रहे। गतका पार्टी ने हैरत अंगेज करतब दिखाए। जरवल, कैसरगंज, फखरपुर, बसंतापुर की संगत ने संदेश यात्रा का स्वागत किया। लंगर भी कराया गया। पिपरी बैंड व मोदीखाना भी आकर्षण का केंद्र रहा। श्री गुरुनानक देव जी के सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के साथ ही ऊंच-नीच का भेदभाव मिटाने का संदेश दिया गया। नगर के गुरुनानक चौक होते हुए डिगिहा तिराहा, अग्रसेन चौक, छावनी, घंटाघर होते हुए गुरुद्वारा श्री गुरुसिंह सभा पीपल चौराहा पहुंची। यहां कीर्तन दरबार के बाद अटूट लंगर चला। कीर्तन में उतरौला, कर्नलगंज, बलरामपुर समेत अन्य स्थानों की संगत मौजूद रहीं। गुरुदेव सिंह, जसबीर सिंह, मंदीप सिंह वालिया, भूपेंद्र सिंह वालिया, जगनंदन सिंह, संतोष तोषी, देवेंद्र पाल सिंह, देवेंद्र सिंह बेदी, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह, आत्मजीत सिंह, भूपेंद्र सिंह, पुनीत सिंह, परविदर सिंह सम्मी, जगजीत सिंह, मंजीत सिंह, ऋषि नरूला, बलमीत कौर, परमजीत समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।