Move to Jagran APP

ग्लैंडर्स रोग से ग्रसित मिले तीन घोड़े, महकमा अलर्ट

बहराइच/जरवल : जिले में पहली बार घोड़ों में होने वाली घातक संक्रामक बीमारी ग्लैंडर्स व फार्सी के संक्र

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Apr 2018 11:10 PM (IST)Updated: Thu, 05 Apr 2018 11:10 PM (IST)
ग्लैंडर्स रोग से ग्रसित मिले तीन घोड़े, महकमा अलर्ट
ग्लैंडर्स रोग से ग्रसित मिले तीन घोड़े, महकमा अलर्ट

बहराइच/जरवल : जिले में पहली बार घोड़ों में होने वाली घातक संक्रामक बीमारी ग्लैंडर्स व फार्सी के संक्रमण का मामला सामने आया है। जरवल ब्लॉक से घोड़ों के भेजे गए तीन सीरम सैंपल प्रयोगशाला जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद पशु चिकित्सा महकमा सतर्क हो गया है।

loksabha election banner

पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ग्लैंडर्स व फार्सी घोड़ों व खच्चरों में होने वाली घातक संक्रामक बीमारी है। इससे मनुष्यों में संक्रमण की आशंका बनी रहती है। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा रोग की रोकथाम के लिए एहतियात के तौर पर प्रति माह जिले से न्यूनतम 20 घोड़ों का खून लेकर उसका सीरम सैंपल तैयार कर जांच के लिए पशु अनुसंधान संस्थान हिसार हरियाणा को भेजा जाता है। अब तक कुल 287 सीरम सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जा चुके हैं। वहीं पहली बार जिले के जरवल ब्लॉक से भेजे गए सीरम सैंपल का टेस्ट रोग के प्रति पॉजिटिव मिला है। पशु चिकित्सा अधिकारी जरवल डॉ. राजीव सक्सेना ने बताया की अब्बास ब्रिक फील्ड पर रहने वाले तीन घोड़ों के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें इरफान पुत्र ईदु के दो घोड़े व सिकंदर पुत्र अख्तर निवासी जरवल का एक घोड़ा रोग से ग्रसित मिला है। रोकथाम को सक्रिय हुआ महकमा

घातक बीमारी के सीरम सैंपल पाजिटिव मिलते ही पशु चिकित्सा महकमा सर्तक हो गया है। सीवीओ डॉ. बलवंत ¨सह ने गुरुवार को अब्बास ब्रिक फील्ड पर रोग से ग्रसित तीनों घोड़ों का निरीक्षण किया व आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये। इसके बाद ग्राम पारा परशुरामपुर, नेवलीपारा में मुंहपका, खुरपका ,बीमारी के टीकाकरण अभियान का निरीक्षण किया। मारकर दफनाने की होगी प्रक्रिया

सीवीओ ने बताया कि रोग नियंत्रण नियमों के अनुसार पॉजिटिव मिले घोड़ों को मारकर दफना दिया जाएगा। इसके लिए टीम गठित कर निर्देश जारी कर दिया गया है। जिससे अन्य जानवरों में बीमारी न फैल सके। सरकार द्वारा निर्धारित एक जानवर पर 25 हजार रुपयों का मुआवजा संबंधित पशुपालकों के बैंक खाते में ई पेमेंट से भेजा जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.