दबे पांव आई मौत, सड़क पर खामोश हुईं चार जिदगियां
घर पहुंचने से पहले पूरा हुआ जिदगी का सफर
संतोष श्रीवास्तव, बहराइच : इसे अनहोनी कहें या कुछ और। एक पल की चूक ने एक ही परिवार के तीन लोगों समेत चार की जिदगी निगल ली। घर पहुंचने से चंद घंटे पहले जिदगी का सफर पूरा हो गया। लोग चालक के झपकी आने की आशंका जता रहे हैं।
सुबह के करीब साढ़े तीन बजे रहे थे। हाईवे पर निकल रही कुछेक गाड़ियां सन्नाटे को चीर रही थीं। रमपुरवा के निकट अचानक धड़ाम की आवाज हुई। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो मंजर दिल दहलाने वाला था। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। गाड़ी में फंसे लोग मरणासन्न पड़े थे। आसपास के लोग घायलों को बाहर निकलने में जुट गए। बड़ी मशक्कत के बाद कार में फंसे घायलों को बाहर निकाला गया। तब तक एक बच्ची समेत तीन की मौत हो चुकी थी। यह मंजर द्रवित कर देने वाला था।
कुछ ही पलों में सायरन के आवाज के साथ एंबुलेंस व अधिकारियों की गाड़ियां मौके पर पहुंची। आनन-फानन में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। उपचार के दौरान एक अन्य की मौत हो गई। मृतकों में मां-बेटी व दो सगी बहनें शामिल हैं। रमपुरवा निवासी ननकऊ ने बताया कि जब उन्हें तेज आवाज सुनाई दी। वह मौके पर पहुंचे तो वहां का मंजर दिल दहलाने वाला था। घायलों को निकालने में पुलिसकर्मियों की मदद में जुट गए। यहीं के रहने वाले पड्डन व दीपक ने बताया कि कार के पेड़ से टकराने की आवाज दूर तक सुनाई दी। जो जग रहा था मौके की ओर भागा। मृतक रीता देवी के बेटे सूरज अग्रहरि ने फोन पर बताया कि उनकी मम्मी, मौसी नीता देवी व परिवार के अन्य लोग हरिद्वार घूमने गए थे। घटना की सूचना घर पहुंची तो कोहराम मच गया।