परंपरा एवं आधुनिक शिक्षा का संगम होगा गुरुकुल
बहराइच जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर अयोध्या मार्ग पर जल्द ही एक एक गुरुकुल का निर्माण होगा।
मुकेश पांडेय, बहराइच : जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर अयोध्या मार्ग पर जल्द ही एक ऐसा गुरुकुल आकार लेगा, जो पारंपरिक एवं आधुनिक शिक्षा का अनूठा संगम होगा। स्वामी श्रीपुरुषोत्तमाचार्य वैदिक विद्यापीठ के नाम से स्थापित होने वाले इस गुरुकुल में विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, कृषि के साथ ही वेद, पुराण, योग की भी शिक्षा दी जाएगी, ताकि देव भाषा के विद्वान आंग्ल भाषा में कमजोर न साबित हो और भारतीय परंमरा एवं ज्ञान की मेधा को देश एवं दुनिया में फैला सकें।
नगरौर में स्थापित होने वाले गुरुकुल में ऐसी शिक्षा दी जाएगी, जो नई पीढ़ी को पारंपरिक शिक्षा वेद, उपनिषद, पुराण एवं भगवत गीता के साथ ही योग में तो दक्ष बनाएंगी ही, कृषि, कला, कौशल से भी उन्हें समृद्ध करेगी। कृषि क्षेत्र की शिक्षा वनस्पति एवं फसलों के ज्ञान तथा मसालों के प्रयोग पर केंद्रित होगी। गुरुकुल प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ.अरुण पांडेय ने बताया कि नौनिहालों को पाक कला में भी निपुण बनाया जाएगा।
कला कौशल के क्षेत्र में औषधीय ज्ञान, कुश्ती, गो-पालन व खाद्य प्रसंस्करण की शिक्षा दी जाएगी। इसका मकसद उन्हें रोजगारपरक शिक्षा देना है। इसके साथ ही स्थानिक बोध पाठ्यक्रम के तहत क्षेत्रीय भाषा, लोक कला, शिल्प, इतिहास, पशु-पक्षी तथा भौगोलिक क्षेत्र का ज्ञान भी कराया जाएगा। इस गुरुकुल में प्रवेश लेने वाले छात्रों में जाति एवं पंथ की बाधा नहीं होगी। प्रवेश कक्षा एक से ही होगा और धीरे-धीरे कक्षाओं का विस्तार किया जाएगा।
-----------
भवन का भूमि पूजन 30 को
आगामी 30 नवंबर को इस गुरुकुल का भूमि पूजन होगा। प्रबंधक स्वामी विष्णु देवाचार्य तथा संरक्षक डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो.मनोज दीक्षित की मौजूदगी में वैदिक रीति-रिवाज से गुरुकुल की शुरुआत होगी। इस मौके पर जिलाधिकारी शंभु कुमार, पुलिस अधीक्षक डॉ.विपिन कुमार मिश्र को आमंत्रित किया गया है। शुरुआती दौर में महज 21 बच्चों से शुरू होने वाला गुरुकुल निश्शुल्क एवं आवासीय होगा।