जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती ग्रामीण चिंतित
बहराइच : पहाड़ों पर हुई बारिश से नेपाली नदियां उफान पर आ गई हैं। बैराजों से पानी छोड़े जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। गुरुवार को तीन बैराजों से तीन लाख 47 हजार 594 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे घाघरा का जलस्तर दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ने लगा है। बाढ़ की आशंका से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरा गई हैं।
निचले गांवों गोलागंज, छत्तरपुरवा व तारापुरवा में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। रमन मिश्र, अमिरका, रमेश तिवारी, ननकऊ समेत अन्य किसानों का कहना है कि सूखे के हालात में पंपिंग सेट से कई बार सिंचाई कर फसलों की बोआई व रोपाई कराई है। अब बाढ़ सब कुछ तबाह करने आ रही है।
गुरुवार की सुबह दस बजे एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 106.07 मीटर के सापेक्ष 105.616 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां घाघरा लाल निशान से 45 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के सहायक अभियंता बीबी पाल ने बताया कि शारदा बैराज से एक लाख 60 हजार 996, गिरिजापुरी बैराज से एक लाख 83 हजार 738 व सरयू बैराज से दो हजार 860 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
एसडीएम ने देखी घाघरा की स्थिति, दिए निर्देश
बौंडी : एसडीएम महसी रामदास व प्रभारी तहसीलदार विपुल कुमार सिंह ने गुरुवार को महसी तहसील के बाढ़ प्रभावित बौंडी, जोगापुरवा, गोलागंज, पिपरा, चहलारीघाट का निरीक्षण किया। एसडीएम ने बताया कि राजस्व कर्मचारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। वे ग्रामीणों से सीधे संवाद करेंगे।
जंगल गुलरिहा में घुसा बाढ़ का पानी
बिछिया : नेपाल के पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश से गेरुआ नदी व कौड़ियाला उफान पर हैं। घाघरा नदी ने रौद्र भी दिखाना शुरू कर दिया है। प्रधान प्रतिनिधि शिवकुमार ने बताया कि सुजौली क्षेत्र के ग्राम पंचायत जंगल गुलरिहा के मजरा संपतपुरवा, धरमपुर रेतिया, रामपुर रेतिया आदि मजरों में घाघरा का पानी घुस गया है।
जिले की नदियों का जलस्तर
नदी-बैराज-लाल निशान-जलस्तर
घाघरा-गिरजापुरी-136.80-135.30
घाघरा- एल्गिन ब्रिज-106.07-105.616
घाघरा-घूरदेवी-112.135-111.780
सरयू-गोपिया-133.55-130.30
शारदा-शारदा-135.49-135.30
(जलस्तर मीटर में है)