हाथियों की चिग्घाड़ से दहशत में ग्रामीणों ने गुजारी रात
बहराइच भवानीपुर गांव एक बार हाथियों की चिग्घाड़ से गूंज उठा। हाथियों ने किसानों की गेहूं की फसल चौपट कर दी।
बहराइच: भवानीपुर गांव एक बार हाथियों की चिग्घाड़ से गूंज उठा। हाथियों ने किसानों की गेहूं की फसल एवं सड़क के किनारे के पेड़ों को नुकसान पहुंचाया। ग्रामीणों ने पूरी रात थाली-पीपा पीटकर व टायर जलाकर गुजारी।
बीती रात लगभग 11 बजे हाथियों का झुंड जंगल के रास्ते वन विभाग की बैरिकेडिग को तोड़कर खेत में घुस आया। किसान रहीम के खेतों में लगे गेंहू की फसलों पर जमकर कहर बरपाया और ढाई बीघा गेंहू की फसल नष्ट कर डाली। कतर्निया-भवानीपुर मार्ग पर सड़क के किनारे लगे पेड़ों को नुकसान पहुंचाया। पूरी रात लोग शोर मचाते रहे, लेकिन हाथियों का झुंड वहीं डटा रहा। तेज आवाज सुनकर और जंगल में दरख्तों के टूटने की आवाज से बिछिया में भी लोग सजग रहे।
भवानीपुर के ग्रामीणों ने पूरी रात जागकर गुजारी। पिछले दस दिनों से भवानीपुर गांव में जंगली हाथियों का उत्पात जारी है। इससे पहले किसान ननकऊ, शिवप्रसाद के फसलों को चौपट कर चुका है। ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा के बंदोबस्त के साथ हाथियों को भगाने के लिए पटाखे आदि उपलब्ध कराने की अपेक्षा की है। प्रभागीय वनाधिकारी यशवंत ने बताया कि हाथियों के उत्पात की सूचना मिली है। जांच कराकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
तेंदुए के हमले में किशोर घायल: मोतीपुर वन रेंज ग्राम कतर्निया के टंडवा निवासी बालकराम का 17 वर्षीय पुत्र शिवदयाल शनिवार शाम खेत से घर लौट रहा था। गांव के बाहर गन्ने के खेत में छिपे तेंदुए ने उसपर हमला कर दिया। उसके शोर मचाने पर परिवारजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे। हांका लगाने पर तेंदुआ उसे छोड़कर गन्ने के खेत में चला गया। उसका चेहरा व हाथ जख्मी हो गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मिहीपुरवा में इलाज के लिए ले जाया गया। निवर्तमान प्रधान रंजना विश्वकर्मा ने बताया कि रेंजर महेंद्र मौर्य ने अस्पताल पहुंचकर घायल का हालचाल लिया। उन्होंने 1000 रुपये की आर्थिक सहायता दी। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों से सतर्क रहने को कहा गया है।