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सूखी नहरें किसानों की मेहनत पर फेर रहीं पानी

बारिश न होने से बन रहे सूखा जैसे हालात धान की रोपाई-सिचाई प्रभावित नहरों में पर्याप्त पानी न होने से दबंग किसान लगा रहे बंधा

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jul 2022 12:43 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jul 2022 12:43 AM (IST)
सूखी नहरें किसानों की मेहनत पर फेर रहीं पानी
सूखी नहरें किसानों की मेहनत पर फेर रहीं पानी

बाराबंकी : जुलाई के 15 दिन बीत गए। शुक्रवार को भी बादल आसमान में उमड़े। बूंदाबांदी के बाद चले गए। जिले में सूखे जैसे हालात हैं। नहरों में पर्याप्त पानी न होने से धान की रोपाई व सिचाई प्रभावित हो रही है। जहां है, वहां दबंग किसान नहरों में बंधा लगा ले रहे हैं। इससे पानी टेल तक नहीं पहुंच रहा। पानी की मांग बढ़ती जा रही है।

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पंपिग सेट से निकाल रहे नहर का पानी : रामनगर क्षेत्र की बिलखिया माइनर में अतरौली के किसान वीरेंद्र कुमार वर्मा व संतोष कुमार नहर में पानी कम होने के चलते नहर का पानी पंपिग सेट से निकालकर खेत तक पहुंचाते दिखे। किसानों ने बताया कि बारिश न होने से सूखे जैसे हालात हैं। एक एकड़ फसल की सिचाई में एक बार में 12 से 15 लीटर डीजल लगता है। किसान नरेंद्र वर्मा ने बताया कि अशोकपुर का राजकीय नलकूप करीब 10 दिन पहले बना है। नहर सफाई हुई थी,

लेकिन पानी टेल तक नहीं पहुंच रहा। नवाबगंज रजबहा बंद होने से मंजीठा माइनर में भी पानी नहीं है। छेदा नगर के किसान देवीदीन, रामपाल व सुरेश कुमार ने बताया कि पंपिग सेट बोरिग में बांधकर धान की रोपाई करनी पड़ रही है।

त्रिवेदीगंज ब्लाक की बहरौली रजबहा से रसूलपुर, कबूलपुर, बडेहा, दौलतपुर, जौरास, दुंदीपुर व भिलवल माइनर को पानी मिलता है। रजबहा में रोस्टर के मुताबिक पानी चलता है। जब पानी रहता है तब भी भिलवल के आगे नहीं पहुंच पाता। कान्हीपुर माइनर में बीरमपुर से आगे पानी नहीं पहुंचता। त्रिलोकपुर के किसान श्रवण कुमार वाजपेई गौरी व सादुल्लापुर के पास अक्सर दबंग नहर में बंधा लगा देते हैं।

नहीं हो सकी माइनर की सफाई : मसौली ब्लाक की जलालपुर माइनर की सफाई न होने से जलालपुर, दादरा, राजापुर, करमुल्लापुर व चंदवारा के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा। किसान रामचंद्र, प्रदीप व दीपेश सिंह ने बताया कि धान की रोपाई प्रभावित है।

सूरतगंज ब्लाक की मिठवारा ज्योली माइनर में पानी सिर्फ तले में है। कुलाबों के जरिये खेतों तक नहीं पहुंच पाता। शेखूपुर के गोपाली यादव व रघुनाथ ने बताया कि 10 बीघा खेत में एक बार की सिचाई में 10 लीटर डीजल लगता है।

रामसनेहीघाट क्षेत्र की भेंदुवा माइनर में गेहूं की बोआई के समय पानी पहुंचा था। खरीफ में पानी पहुंचा ही नहीं। किसान निर्मल यादव ने बताया कि एक एकड़ खेत में धान की रोपाई में नौ हजार रुपये खर्च कर चुके हैं। बारिश न हुई तो खेत सूख जाएगा।

फतेहपुर ब्लाक की बन्नी मानइर में भी पर्याप्त पानी नहीं है। कुलाबे की नाली का निर्माण पिछले वर्ष किसानों ने चंदा लगाकर कराया था जो टूट गई है। इससे सिचाई प्रभावित है।

निदूरा ब्लाक के निगोहां स्थित शारदा सहायक नहर से देवा देवा नहर में पानी इन दिनों बहुत कम छोड़ा जाता है। इससे जय गुरु पुरवा, लालापुर, दरावां व पोखन्नी सहित अन्य गांवों किसान परेशान हैं। किसान गुड्डू यादव, आलोक कुमार, पवन कुमार प्रजापति ,लालतू धर्मेंद्र प्रजापति उनका कहना है कि बारिश न हुई तो नहर के सहारे फसल बचाना मुश्किल है।

नहरों में बंधा लगाने की शिकायतें मिल रही हैं। शुक्रवार को बंकी ब्लाक की बनवा माइनर, मोहम्मदपुर रजबहा व कासिमगंज रजबहा में बंधा लगाने की शिकायत मिली थी। कर्मचारियों को भेजकर बंधा हटवाया गया। संबंधित किसानों को नोटिस देने के निर्देश भी दिए। दोपहर बाद इन नहरों पर स्वयं भी जाकर देखा है। बंधा हटवाए जाने से टेल तक पानी पहुंचने लगा है। जिन नहरों में पानी नहीं पहुंच रहा, उनकी पड़ताल कराई जा रही है।

राकेश वर्मा, अधिशाषी अभियंता सिचाई, बाराबंकी


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